– आईएएस एसोसिएशन ने की पुनर्विचार करने की मांग
पटना. पूर्व सांसद और बाहुबली नेता की रिहाई का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय आईएएस एसोसिएशन ने इस मामले में नोटिफिकेशन जारी कर बिहार सरकार को पुनर्विचार करने को कहा है। अनेक नेता भी नीतीश कुमार के इस फैसले के खिलाफ हो गए हैं।
केंद्रीय आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि गोपालगंज के पूर्व डीएम स्वर्गीय जी कृष्णैया की हत्या के दोषियों को रिहा करने के बिहार सरकार के फैसले पर कैदियों के वर्गीकरण नियमों में बदलाव पर गहरी निराशा हुई। एसोसिएशन ने पत्र जारी कर कहा कि ऐसे फैसलों से लोक सेवकों के मनोबल में गिरावट आती है। लोक व्यवस्था कमजोर होती है और प्रशासन के न्याय का मजाक बनता है। हमलोग अनुरोध करते हैं कि बिहार सरकार जल्द से जल्द अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।
इधर महागठबंधन सरकार के सहयोगी भाकपा ने भी आनंद मोहन की रिहाई को लेकर अपनी ही सरकार का विरोध किया। भाकपा माले ने बिहार सरकार के इस कदम को भेदभाव पूर्ण बताया। दिवंगत आईएएस जी. कृष्णैय्या (तत्कालीन डीएम, गोपालगंज) की पत्नी उमा देवी ने कहा कि सरकार का यह फैसला पूरी तरह गलत है। बसपा प्रमुख मायावती ने भी बिहार सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि नीतीश सरकार ने साबित कर दिया कि वह दलित विरोधी है।