ओडिशा के गजपति जिले में एक दत्तक पुत्री ने अपनी मां की हत्या कर दी। आरोप है कि मां ने पुत्री को दो लड़कों के साथ प्रेम करने से रोका था जिससे नाराज होकर पुत्री ने अपने प्रेमियों के साथ मिलकर माँ की हत्या की साजिश रची। पुलिस ने पुत्री और उसके दो प्रेमियों को गिरफ्तार कर लिया है। इंस्टाग्राम चैट से हत्या का खुलासा हुआ।
ASN. जिस पराई बच्ची को अपने जिगर का टुकड़ा समझ कर पाला पोसा और पढ़ाया लिखाया, उसी बेटी ने अपने दो प्रेमियों के साथ मिलकर दत्तक मां राजलक्ष्मी कर की हत्या कर दी और उसकी मौत को हार्टअटैक बता दिया, लेकिन झूठ अधिक दिनों तक छिप नहीं सका।आरोपित दत्तक पुत्री के इंस्टाग्राम चैट से इस हत्या के साजिश का खुलासा हो गया। इसकी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद शनिवार के दिन, गजपति जिला की पारलाखेमुंडी पुलिस ने तेरह वर्षीय दत्तक पुत्री और उसके दो प्रेमियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों के पास से सोने के गहने, तीन मोबाइल फोन और दो तकिए जब्त किए गए। गजपति जिला पुलिस अधीक्षक जतिंद्र कुमार पंडा के अनुसार, मृतका राजलक्ष्मी कर मूलत: भुबनेश्वर की रहने वाली थी। करीब तेरह वर्ष पहले राजलक्ष्मी कर और उसके पति ने भुबनेश्वर के एक सड़क किनारे पड़ी तीन दिन की बच्ची को पाया था और उसे अपनी पुत्री बनाकर रख लिया। इस पुत्री की पढ़ाई की खातिर कर दंपती गजपति जिला के पारलाखेमुंडी आ गए और किराए के मकान में रहने लगे, जबकि दत्तक पुत्री का दाखिला केंद्रीय विद्यालय में करा दिया। दंपत्ति नि:संतान होने से उनका सारा ध्यान दत्तक पुत्री पर था। एक वर्ष पहले राजलक्ष्मी कर के पति की मौत हो गई। इसके बाद दत्तक पुत्री लापरवाह हो गई। उसी कच्ची उम्र में दो युवकों से प्रेम हो गया। इसका पता चलने के बाद राजलक्ष्मी ने पुत्री को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। उसके प्रेमी 21 वर्षीय नरेश रथ ने तब राजलक्ष्मी को रास्ते से हटाने की सलाह दी। प्रेम में दीवानी दत्तक पुत्री मान गई और फिर 29 अप्रैल 2025 की रात योजना के तहत दत्तक पुत्री ने राजलक्ष्मी को खाने में नींद की गोली मिलाकर दे दिया। राजलक्ष्मी जब गहरी नींद में चली गई तब नरेश रथ और उसके साथी दिनेश साहू ने मिलकर तकिए से उसका सांस बंद कर दिया। बाद में दिखावा करते हुए राजलक्ष्मी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजलक्ष्मी का अंतिम संस्कार भुबनेश्वर में हुआ। बताया गया है कि राजलक्ष्मी की मौत के बाद उसके भाई शिव प्रसाद मिश्र के हाथ दत्तक पुत्री का मोबाइल फोन लगा। उस फोन के इंस्टाग्राम में दत्तक पुत्री और उसके प्रेमी नरेश रथ का चैट मिला, जिसमें राजलक्ष्मी की हत्या की साजिश का पूरा ब्यौरा था। तब, शिव प्रसाद ने 14 मई को पारलाखेमुंडी थाना में इस हत्या को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसकी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने आरोपित दत्तक पुत्री और उसके दोनों प्रेमी नरेश रथ और दिनेश साहू को गिरफ्तार किया। नरेश एक मंदिर में पुजारी बताया गया है, जबकि आरोपित पुत्री आठवीं कक्षा की छात्रा है।