21 जून को आपकी परछाई भी आपके साथ नहीं चलेगी। सूर्य कर्क रेखा पर बिल्कुल सीध में होगा। इस खास खगोलीय स्थिति के बनने की वजह से ऐसा होगा। जब सूर्य की किरणें बिल्कुल सीधी रेखा में यानी लंबवत आएंगी। इसकी वजह से दिन भी लंबे होंगे और परछाई भी साथ छोड़ देगी।
ASN. कहावत है कि बुरा वक्त आने पर परछाई भी साथ छोड़ देती है। इस बात का अंदाजा और एहसास वही लोग कर सकते हैं, जो उस दौर से गुजरे हों। मगर, जो लोग इसे महज कहावत समझते हैं, वो आज इस बात के गवाह बन सकते हैं। आज ऐसा समय आएगा, जब थोड़ी देर के लिए आपकी परछाई गायब हो जाएगी। आपकी परछाई भी आपके साथ नहीं चलेगी। दोपहर ठीक 12 बजे जब सूर्य ठीक सर के ऊपर होगा, तो जमीन पर आपकी परछाई गायब होना शुरू हो जाएगी। दोपहर 12.28 बजे आपकी परछाई कुछ देर के लिए पूरी तरह से गायब हो जाएगी।
झुकाव की वजह से ऐसा
दरअसल, ऐसा एक खास खगोलीय स्थिति के बनने की वजह से होगा। आज के दिन सूर्य कर्क रेखा पर बिल्कुल सीध में होगा। इसकी वजह से धरती पर अन्य दिनों की तुलना में सूर्य की ऊर्जा 30 फीसदी ज्यादा मिलेगी और सूर्य की किरणें भी देर तक धरती को रोशन रखेंगी। आज के दिन आज सूर्योदय सुबह 5.42 बजे और सूर्यास्त शाम 7.16 बजे होगा। यानी दिन की अवधि 13 घंटे 34 मिनट और रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी। इसी वजह से उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात 21 जून को होगी।
इन जगहों पर सबसे लंबा दिन
आज सूर्योदय बहुत जल्दी और सूर्यास्त बहुत देर में होगा। भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित कई जगहों और देशों में इसकी वजह से सबसे लंबा दिन रहेगा। इस स्थिति के गवाह उत्तर अमेरिका, यूरोप, रूस, एशिया और आधा अफ्रीका महाद्वीप में रहने वाले लोग बन सकेंगे।इसके बाद सूर्य दक्षिणायन होने लगेंगे और दिन का समय कम होता जाएगा। धीरे-धीरे रातें लंबी होने लगेंगी और 21 सितंबर को ऐसा समय आएगा, जब दिन और रात का समय लगभग बराबर हो जाएगा। यानी 12 घंटे तक धरती पर सूर्य का प्रकाश रहेगा और 12 घंटे लंबी रात होगी। इसके बाद शीतकालीन संक्रांति (Winter Solstice) का समय आने लगेगा। 21 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में सूर्य की किरणें सबसे कम समय के लिए पड़ेंगी। इसकी वजह से सबसे लंबी रात उस दिन होगी और दिन का समय कम होगा।