ASN. बाहुबली दुलारचंद की हत्या के बाद मोकामा में राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गरमा गया है। चुनावी सरगर्मी के बीच इस Murder ने न सिर्फ पूरे इलाके को हिला दिया है, बल्कि गैंगवार और चुनावी हिंसा की आशंकाओं को भी गहरा दिया है। दुलारचंद यादव को मोकामा-टाल क्षेत्र में “टाल का बादशाह” कहा जाता था। वे कभी लालू यादव के करीबी रहे, बाद में बाहुबली अनंत सिंह के भी नजदीक आए। वहीं अब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वे प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (Jan Suraj) के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में खुलकर सामने आए थे। दुलारचंद कभी स्थानीय दबंग और प्रभावशाली नेता के रूप में जाने जाते थे। 2019 में उन्हें ‘कुख्यात गैंगस्टर’ के तौर पर गिरफ्तार किया गया था। बावजूद इसके, उनकी लोकल पॉलिटिक्स पर मजबूत पकड़ बनी रही। 80 और 90 के दशक में दुलारचंद का नाम इलाके के दबंग लोगों में गिना जाता था। सूत्रों के मुताबिक, घटना घोसवारी थाना क्षेत्र के टाल इलाके में हुई। दुलारचंद यादव जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के साथ चुनावी प्रचार में शामिल थे। इसी दौरान कुछ हमलावरों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला किया और फिर गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। जन सुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने इस हत्याकांड के लिए सीधे अनंत सिंह के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि दुलारचंद की हत्या राजनीतिक बदले की भावना से की गई है।


