‘एनसीआई’ को देश का प्रमुख शोध संस्थान बनाया जाएगा : CM फडणवीस
‘स्वस्ति निवास’ भवन का भूमिपूजन समारोह
ASN. कैंसर का उपचार एक दीर्घकालिक प्रक्रिया है। बीमारी के दौरान पारिवारिक बंधन जैसा माहौल पश्चिमी परिवारों में नहीं देखा जाता। यदि हमारे परिवार में कोई बीमार हो जाता है, तो पूरा परिवार अस्पताल में उनकी सहायता करता है। परिणामस्वरूप, परिवार के लिए आवास का मुद्दा उठता है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि स्वस्ति निवास को बीमारी की भावनात्मक जटिलताओं और संवेदनशीलताओं के संरक्षण के केंद्र के रूप में मान्यता दी जाएगी। स्वस्ति निवास भवन का शिलान्यास और भूमिपूजन आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री. शाह बोल रहे थे। इस अवसर पर राजस्व मंत्री तथा पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक समीर मेघे, संगठन के अध्यक्ष एड. इस अवसर पर सुनील मनोहर, उपाध्यक्ष अजय संचेती, मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेश जोगलेकर, कोषाध्यक्ष आनंद औरंगाबादकर, चिकित्सा निदेशक डॉ. आनंद पाठक, पेरने रिका इंडिया के जॉन टुबुल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मैंने कई संगठनों के कामकाज को करीब से देखा है। कई संगठनों में प्रत्यक्ष रूप से काम किया है। हालाँकि, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में कैंसर रोगियों और उनके रिश्तेदारों के साथ जिस भावनात्मक स्नेह, करुणा और संवेदनशीलता के साथ व्यवहार किया जाता है, वह अन्यत्र शायद ही देखने को मिले।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि आने वाले समय में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में गिना जाएगा। जिन संगठनों में सेवा की भावना होती है और जिनके सहकर्मी यह भावना रखते हैं कि समाज में किसी को भी दुखी नहीं रहना चाहिए, वे लोगों के बीच अधिक लोकप्रिय होते हैं। लोगों के दुख-दर्द को दूर करने के लिए समाज सेवा के संकल्प को वास्तविकता में बदलना आसान नहीं है। आज के समय में लाखों नागरिकों की तकलीफ में मदद करने का विचार बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कैंसर संस्थान की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी सोच बहुत कम लोगों में दिखती है। आज यह संस्था अल्प समय में ही वटवृक्ष बन गई है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि स्वस्ति निवास के माध्यम से इस संस्थान को पूरा करने का काम अब चल रहा है और इसमें मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत को विश्व में मौखिक कैंसर के सबसे अधिक मामलों वाला देश माना जाता है। यह एक तथ्य है कि देश में हर आठ मिनट में एक व्यक्ति गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर से मरता है। कुछ वर्ष पहले कैंसर को एक घातक बीमारी माना जाता था। हालाँकि, अब देश भर में कई अच्छे कैंसर उपचार केंद्र हैं। इनमें से नागपुर का कैंसर संस्थान मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्यों के मरीजों के लिए वरदान बन गया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र इस संस्थान को आवश्यक सहयोग प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की स्वास्थ्य क्षेत्र की सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है।
‘एनसीआई’ को देश का प्रमुख शोध संस्थान बनाएंगे : CM देवेंद्र फडणवीस

मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि हम राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में मरीजों और परिवारों को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास जारी रखेंगे। स्वस्ति निवास का निर्माण कैंसर रोगियों और उनके उपचाराधीन परिवारों को अच्छी आवास सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा है। हम इस प्रणाली को यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे। संस्थान के माध्यम से कई गतिविधियाँ क्रियान्वित की गई हैं। विश्व स्तर पर उपलब्ध सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी यहां उपलब्ध कराई जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संगठन की सफलता का ग्राफ अब तक बढ़ता रहा है। कार्यक्रम का परिचय संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेश जोगलेकर ने दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में स्वस्ति निवास के बारे में जानकारी देने वाली एक दृश्य-श्रव्य प्रस्तुति दिखाई गई। भूमि पूजन समारोह से पहले केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान की सेवाओं एवं सुविधाओं की सराहना की। संस्थान के सीईओ शैलेश जोगलेकर ने केंद्रीय मंत्री श्री से मुलाकात की। शाह को विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. अबाजी थट्टे सेवा एवं अनुसंधान संस्थान प्रबंधन ने कैंसर रोगियों और उनके परिवारों के लिए आवासीय सुविधा बनाने की योजना बनाई है। इस सुविधा को ‘स्वस्ति निवास’ के नाम से जाना जाएगा और यह कैंसर रोगियों को उपचार के दौरान आवास उपलब्ध कराएगा। स्वस्ति निवास के माध्यम से 400 रोगियों और उनके परिवारों के लिए आवास उपलब्ध होगा। इससे इलाज के लिए लंबे समय तक अस्पताल में रहने वाले मरीजों के वित्तीय बोझ को कम करने में मदद मिलेगी और कैंसर का इलाज अधिक किफायती हो जाएगा।