ASN. केंद्र सरकार ने कैबिनेट बैठक में शुक्रवार को कई अहम फैसले लिए हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए पीएमश्री योजना लाई गई है। सभी केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों को पीएमश्री स्कूलों के रूप में नामित किया गया है। ताकि उन्हें मॉडल बनाया जा सके।
केंद्रीय कैबिनेट की शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें तमाम फैसले लिए गए। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश में 85 केंद्रीय और 28 नए नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे। ये विद्यालय उन जिलों खोले जाएंगे जिनको नवोदय विद्यालय योजना के तहत कवर नहीं किया गया है। इसके अलावा बैठक में हरियाणा से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए दिल्ली मेट्रो के 26.46 किलोमीटर लंबे रिठाला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी दी गई।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए पीएम श्री लाया गया। सभी केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों को पीएम श्री स्कूलों के रूप में नामित किया गया है। ताकि उन्हें मॉडल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि नए केंद्रीय विद्यालय खुलने से देश भर में 82 हजार से अधिक छात्रों को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। मौजूदा समय में 1256 कार्यात्मक केंद्रीय विद्यालय हैं। इनमें तीन विदेश में हैं। इनमें मॉस्को, काठमांडू और तेहरान शामिल हैं। 13.56 लाख छात्र इन स्कूलों में पढ़ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले 248 किमी लंबी मेट्रो का काम देश में हुआ था। जबकि 2014 से 2024 तक 745 किमी मेट्रो का काम हुआ है। मौजूदा समय में एक हजार किमी मेट्रो का काम चल रहा है। दिल्ली में चार फेज में काम करने की योजना है। तीन फेज में 296 किमी में काम हो चुका है। चौथे फेज में छह कॉरिडोर बनाए जाएंगे। इसमें पांच कॉरिडोर पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं। अब कैबिनेट ने छठवें कॉरिडोर को मंजूरी दी है। चौथे चरण में छठवां कॉरिडोर में 26.462 किमी लंबा होगा। इसमें 21 स्टेशन होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छठवें कॉरिडोर से दिल्ली-हरियाणा की कनेक्टविटी बढ़ेगी। यह कॉरिडोर रिठाला से शुरू होकर नरेला-कुंडली तक जाएगा। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।