पर्यटकों से परिचय-पत्र मांगा, जो भी पर्यटक हिंदू थे, उन्हें आतंकियों ने गोली मारी
ASN. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर हमले से पूरे देश में रोष है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है. पहलगाम कस्बे के निकट एक घास के मैदान में मंगलवार को आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की. जहां हमला हुआ, वहां पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। आतंकियों ने इसी का फायदा उठाया। वे सैन्य वर्दी में आए और पर्यटकों से परिचय-पत्र मांगना शुरू कर दिया। इसके बाद जो भी पर्यटक हिंदू थे, उन्हें आतंकियों ने गोलियां मारनी शुरू कर दीं। हमले की सूचना मिलने और मौके पर पहुंचने में सुरक्षा बलों को 30 मिनट का समय लगा। आतंकी इस दौरान पहाड़ियों की तरफ भाग गए। उनके मारे जाने या पकड़े जाने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है। पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन घने देवदार के जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है तथा पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्थान है. अधिकारियों ने बताया कि हथियारबंद आतंकवादी यहां घास के मैदान में घुस आए और आसपास घूम रहे व पिकनिक मना रहे व नजारों का आनंद ले रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी.
घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस बल मौके पर पहुंचा और एंबुलेंसों को घटनास्थल पर भेजा गया. एक हेलीकॉप्टर का भी घायलों को बचाने में इस्तेमाल किया गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दौरे पर हैं और उन्होंने हमले के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की और घटना की जानकारी ली. साथ ही गृह मंत्री को मौके पर जाकर स्थिति की जानकारी लेने के लिए कहा. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमले के बाद श्रीनगर पहुंच चुके हैं. मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं घायल लोगों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है.” उन्होंने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा…उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा. आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा.”जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक एक्स पोस्ट में कहा, ‘मैं स्तब्ध हूं. हमारे आगंतुकों पर यह हमला घृणित है. इस हमले को अंजाम देने वाले अपराधी जानवर हैं, अमानवीय हैं और नफरत के लायक हैं. इसकी निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है. मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.’
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने कश्मीर के कुछ लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस खासतौर पर होटलों की रेकी करवाई थी. कश्मीर के इन टूरिस्ट प्लेस में पहलगाम के कुछ होटल भी शामिल थे. साथ ही सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने खुलासा किया है कि इस हमले को तीन आतंकियों ने अंजाम दिया है.

सुरक्षा एजेंसियों को हमलों को अंजाम देने के पीछे पाकिस्तान के आतंकी संगठनों पर शक है. सुरक्षा एजेंसियों को हमले के बीच सबसे ज्यादा लश्कर ए तैयबा के होने का शक है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, एक से सात अप्रैल के बीच कुछ होटलों की रेकी की गई थी.
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया गया है. पूरा देश गुस्से में है और हमारे जवानों का खून खौल रहा है. मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पहलगाम हमले के अपराधियों को उनके जघन्य कृत्य के लिए बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की और अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की. एक्स पर एक पोस्ट में जयशंकर ने कहा, “पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की निंदा करता हूं. हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”