6 पर्यटकों की डूबने से मौत, कई लापता

पुणे के पास एक बड़े हादसे में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बना एक पुल टूट गया, जिससे 6 पर्यटकों की डूबने से मौत हो गई। यह घटना कुंडमाला में हुई, जो मानसून के दौरान बहुत लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
ASN: पुणे के पास एक बड़े हादसे में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बना एक पुल टूट गया, जिससे 6 पर्यटकों की डूबने से मौत हो गई। यह घटना कुंडमाला में हुई, जो मानसून के दौरान बहुत लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। हादसे के वक्त पुल पर लगभग 15 से 20 लोग मौजूद थे। पुल के टूटते ही सभी लोग नीचे तेज बहाव वाली नदी में गिर गए और बह गए। अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। वहीं, दो महिलाएं अभी भी पुल के नीचे फंसी हुई हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, आपदा राहत बल और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। यह हादसा पुणे ग्रामीण क्षेत्र के मावल में हुआ है। इस इलाके में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है, और मौसम विभाग ने पुणे व पिंपरी-चिंचवड़ के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुल की मरम्मत 4-5 साल पहले हुई थी, लेकिन इसकी मजबूती को लेकर पहले भी चिंता जताई गई थी। बावजूद इसके, कई पर्यटक इस खतरे से अनजान थे। महाराष्ट्र के पुणे में इंद्रायणी नदी पर बना पुल अचानक टूट कर गिर गया. पुल पर खड़े कई लोग इंद्रायणी नदी के तेज बहाव में बह गए हैं. रविवार (15 जून) को हुए इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं. इस दर्दनाक हादसे का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पर्टक बहते हुए देखे जात सकते हैं. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया है कि हादसे से पहले पुल पर करीब 100-120 लोग खड़े थे. रविवार होने की वजह से भारी संख्या में लोग छुट्टी मनाने यहां आए हुए थे. परिवारों के साथ कई बच्चे भी पुल पर मौजूद थे. लोग फोटो खिंचवाने या सेल्फी लेने के चक्कर में लगातार पुल पर बने हुए थे. इतना ही नहीं, कुछ लोग तो मोटरसाइकिल लेकर भी वहां आ गए थे.
जर्जर था पुल
यह लोहे का पुल करीब 30 साल पुराना था. उसपर जंग भी लगा हुआ था और पुल काफी जर्जर स्थिति में था. इतने सारे लोगों और वाहनों का भार वह सह नहीं पाया और टूट गया. दरअसल, पुणे में लगातार दो दिन से बारिश हो रही है. ऐसे में इंद्रायणी नदी का बहाव भी काफी तेज है. जिस इलाके में यह हादसा हुआ, वहां नदी की गहराई ज्यादा नहीं है, लेकिन बहाव तेज होने के कारण नदी में उतरना जानलेवा है. इसलिए लोग या तो नदी के बगल में खड़े थे या फिर पुल पर. जो लोग नदी के पास पत्थरों पर गिरे, उन्हें गंभीर चोट आई है. हालांकि, यही मानिए कि उनकी किस्मत अच्छी रही कि पानी के बहाव में नहीं बहे, क्योंकि नदी का बहाव फिलहाल बहुत तेज है. जो लोग नदी में बह गए हैं, उन्हें ढूंढने के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें और जिला स्तर पर भी रेस्क्यू टीमें लगी हुई हैं.