मासूम बच्चों में एक दो वर्ष व दूसरा तीन वर्ष का है। उन्होंने क्या खो दिया है उन्हें अंदाजा भी नहीं था
मुरादाबाद। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एक यात्री का शव बुधवार को मिला। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शव 10 बजे से वहां पड़ा था। जबकि रेलवे की टीम 12 बजे के करीब पहुंची। मृतक के पास से दो बच्चे, दवाओं के कागज, एक बैग, खाने का थैला व आधार कार्ड मिला है।
मासूम बच्चों में एक बेटा दो वर्ष व दूसरा तीन वर्ष का है। जब रेलवे की टीम वहां पहुंची तो दोनों पिता की लाश के पास अबोध खड़े थे। उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि उन्होंने क्या खो दिया है। पिता को सोया हुआ समझकर दोनों वहीं खड़े थे। रेलवे चाइल्ड लाइन व महिला कांस्टेबल ने खूब प्रयास किया, लेकिन दो व तीन वर्षीय दोनों बालक अपना नाम तक न बता सके। बस एक टक पिता की लाश को देखे जा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, मृतक के आधार कार्ड में नाम सोनू निवासी अजमेरी गेट नई दिल्ली लिखा है। उसकी उम्र तकरीबन 45 वर्ष थी। इस जानकारी के आधार पर जीआरपी व रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम को दिल्ली भेजा गया है, जिससे बच्चों व मृतक की जानकारी जुटाई जा सके। फिलहाल बच्चों को मेडिकल परीक्षण कराने के बाद रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है।
मृतक सोनू के पास से मिले दवाओं के पर्चे से बीमारी से मौत का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी। जीआरपी ने शव का पंचनामा भरके पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। चाइल्ड लाइन के काउंसलर विनीत ने बताया कि दोनों बच्चे मम्मी-पापा के अलावा मुंह से एक शब्द नहीं निकाल रहे हैं। सुबह से दोनों न तो हंसे हैं और न ही रोए हैं। उन्होंने खाना भी नहीं खाया, चाइल्ड लाइन के स्वयंसेवकों काफी प्यार दुलार कर फल खरीदकर खिलाए। काउंसलर का कहना है कि अबोध बालक समझ नहीं पा रहे हैं कि हुआ क्या है।