मुजफ्फरपुर शेल्टर कांड पर बनी फिल्म
मुंबई। विगत कुछ वर्षों से सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में बनाने में निर्माता-निर्देशक ज्यादा रुचि दिखाने लगे हैं। द कश्मीर फाइल्स को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। इसके बाद द केरल स्टोरी रिलीज हो चुकी है। अब बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह (शेल्टर होम) यौन उत्पीड़न कांड की घटना को लेकर एक फिल्म बनाई गई है। नफीसा नामक इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज यूट्यूब पर रिलीज कर दिया गया है। इस फिल्म में पूरे मामले को एक अलग तरीके से देखने की कोशिश की गई है। फिल्म में कुछ ऐसी बातें भी उजागर की गई है जो अब तक खबरों में नहीं आई। फिल्म ‘नफीसा’ के टीजर में शुरू से ही इस पूरे मामले को तहकीकात के नजरिये से दिखाया गया है। घर छोड़कर निकली एक किशोरी अपने प्रेमी से बीच सड़क इस बात पर पिटती दिखती है। पुलिस आती है। मामला सियासी रंग लेता भी दिखता है और फिर थाने में बैठी दिखती हैं, तीन महिलाएं। एक पुलिसवाली है। मेज की दूसरी तरफ दो महिलाएं और हैं। इस दौरान अनामिका पांडे का संवाद है, वह टीजर के असर में मुजफ्फरपुर की असली हवा घोलता है। टीजर के हिससाब से देखें तो यह फिल्म एक मसाला फिल्म नजर आती है। लड़कियों के शोषण की इस कहानी को फिल्म ‘नफीसा’ में लड़कियों के नजरिये से ही दिखाने की कोशिश की गई है। अनामिका पांडे के केंद्रीय किरदार के अलावा जिन अन्य कलाकारों को फिल्म में अलग अलग महिला किरदार मिले हैं, उनमें नाजनीन, सान्या, मनीषा और उपासना भी शामिल हैं।
फिल्म ‘नफीसा’ के लेखक-निर्देशक कुमार नीरज बताते हैं, ‘साल 2018 में जब यह घटना घटी तो मैं उस समय अपनी ननिहाल मुजफ्फरपुर में ही था। इस घटना ने मुझे अंदर से पूरी तरह से व्यथित कर दिया। मुझे लगा कि यह कहानी लोगो तक पहुंचनी चाहिए। फिल्म में इस केस से जुड़े ऐसे पहलुओं को दिखाया गया है जिनका खुलासा मीडिया में हुआ ही नहीं। इस फिल्म के लिए मैंने केस की पांच पीड़ित लड़कियों से बात की, इसके अलावा कोर्ट में जो केस फाइल है, उसको आधार बनाकर फिल्म का निर्माण किया गया है।’ नीरज इसके पहले फिल्म ‘गैंग्स ऑफ बिहार’ का भी निर्देशन कर चुके हैं।