– पाकिस्तान से जुड़ रहे लिंक!
गाजियाबाद में मामला सामने आने के बाद एक्शन में यूपी पुलिस
दिल्ली। राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में हुए ऑनलाइन धर्मांतरण कांड के तार सीमा पार और भारत के मक्कार पड़ोसी दुश्मन नंबर वन पाकिस्तान की हदों के अंदर जाकर जुड़ रहे हैं। गाजियाबाद पुलिस की कई टीमें एक साथ, भारत में मौजूद इसके मास्टरमाइंड को घेरने में जुटी हैं। जो पुलिस के जाल को छूकर दो दिन से लगातार निकल जा रहा है। हालांकि, इसके बाद भी जिस तरह के इंटेलिजेंस इनपुट्स गाजियाबाद पुलिस को मिल रहे हैं, उससे उम्मीद है कि हिंदुस्तानी कानून के शिकंजे से बचने के लिए इधर-उधर भागदौड़ में जुटे शाहनवाज मकसूद उर्फ बड्डा को जल्दी ही शिकंजे में ले लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश राज्य पुलिस महानिदेशालय में मौजूद इंटेलिजेंस यूनिट से जुड़े उच्च पदस्थ विश्वस्त सूत्रों की मानें तो गाजियाबाद पुलिस और भारत में इस ऑनलाइन धर्मांतरण के घिनौने खेल का मास्टरमाइंड शाहनवाज मकसूद उर्फ बड्डा के बीच इस बात को लेकर खींचतान मची है कि बड्डा हर हाल में पुलिस के जाल में सीधे फंसने से बचने के लिए भागदौड़ में जुटा है, जबकि गाजियाबाद पुलिस की हरसंभव पहली कोशिश है कि बड्डा को जल्दी से जल्दी घेरकर, उससे पाकिस्तान में मौजूद आकाओं के बारे में पूछताछ की जा सके। फिलहाल, यह जानते हुए भी कि इस ऑनलाइन (वर्चुअल कन्वर्जन) धर्मान्तरण के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं।
सबसे पहले गाजियाबाद पुलिस देश में मौजूद इसी मास्टरमाइंड शाहनवाज मकसूद उर्फ बड्डा को घेरकर उससे पुख्ता जानकारियां हासिल करना चाहती है। यूपी पुलिस खुफिया मुख्यालय सूत्रों की मानें तो जबसे गाजियाबाद पुलिस ने शाहनवाज मकसूद उर्फ बड्डा की भारत विरोधी और घिनौनी हरकतों-इरादों पर दो दिन पहले कुठाराघात किया है।
उसके दलाल गाजियाबाद पुलिस ने शिकंजे में घेरे हैं। खुद बड्डा को अपनी गिरफ्तारी का खौफ सता रहा है। वह बखूबी जानता है कि उसके हाथ आते ही, गाजियाबाद पुलिस उसके इंटरनेशल लिंक्स की चेन को भी खोद डालेगी। इसलिए वो हाल-फिलहाल तो ठाणे, सोलापुर से लेकर गाजियाबाद व पूर्वी यूपी के अन्य इलाकों तक में पुलिस के काबू आने को राजी नहीं है, जबकि गाजियाबाद पुलिस इसके पीछे हाथ धोकर तीन दिन से पड़ी है। गाजियाबाद पुलिस को बस चिंता इस बात की है कि किसी भी तरह से मौका पाकर, उसका यह मोस्ट वॉन्टेड बड्डा भारत की सीमा पार करके पाकिस्तान या फिर नेपाल न निकल जाए। क्योंकि ऐसा होने पर इस इतने बड़े खुल चुके हिंदू विरोधी घिनौने खेल की जड़ें खुदने से बाकी रह जाएंगी।