अपमान का करारा जवाब देगा भारत! लॉन्च कर सकता है देसी चैटजीपीटी

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सैम ऑल्टमैन का मानना है कि अगर भारत चैटजीपीटी जैसा टूल बनाने की कोशिश करता है, तो पूरी तरह से फेल हो जाएगा।

ओपनएआई के सीईओ और चैटजीपीटी बनाने वाले सैम ऑल्टमैन पिछले दिनों भारत दौरे पर थे, जहां वो पीएम मोदी से भी मिले। हालांकि इस दौरान सैम ऑल्टमैन ने भारत का अपमान कर दिया था। सैम ऑल्टमैन ने भारतीयों के लिए एक टिप्पणी की थी कि भारतीयों के लिए चैटजीपीटी जैसा टूल बनाना असंभव है। अगर वो ऐसा करते हैं, तो निश्चित तौर पर फेल होंगे। उनके इस अपमान को भारत को भारत ने चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है।

गूगल इंडिया के पूर्व सीईओ राजन आनंदन ने ऑल्टमैन से भारत में ओपनएआई और चैटजीपीटी जैसे टूल को विकसित करने की सलाह मांगी, तो ऑल्टमैन ने दावा किया कि भारत में यूजर्स के लिए चैटजीपीटी जैसे डिवाइस बनाना असंभव होगा क्योंकि इसके लिए बुनियादी ढांचे के विकास की जरूरत होगी। ऑल्टमैन ने कहा कि स्टार्टअप के लिए एक एआई मॉडल बनाना न केवल चुनौतीपूर्ण है, बल्कि लगभग असंभव है। ऐसा इसलिए क्योंकि ओपनएआई ने पहले ही चैटजीपीटी बना लिया है। ऑल्टमैन ने के मुताबिक एआई जैसे टूल बनाने के लिए भारतीयों के संसाधनों और नॉलेज की कमी है।
भारत ने स्वीकारी सैम ऑल्टमैन की चुनौती
सैम ऑल्टमैन के बड़बोले पर टेक महिंद्रा के सीईओ सीपी गुरनानी का जवाब आया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि वह ऑल्टमैन की चुनौती को पूरी तरह से स्वीकार करते हैं। आनंदन ने सैम ऑल्टमैन को याद दिलाया कि भारत का 5000 साल का एंटरप्रेन्योरशिप इतिहास रहा हैं, जहां हमने इनोवेशन की दुनिया में लोहा मनवाया है। भारतीयों को मंगल मिशन को लेकर भी अमेरिकियों ने मजाक बनाया था। लेकिन हमने कर दिखाया। इसकी तरह भारत ने UPI जैसा एक पेमेंट सिस्टम बनाया है, जिसे खुद उनका देश अमेरिका स्वीकार कर सकता है।

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