बिहार में पकड़ाया रूसी नागरिक, पश्चिम बंगाल के पते पर UID बनवा पूरा भारत घूमा

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टूरिस्ट वीजा पर कोरोना काल के पहले आया एक रूसी नागरिक 20 सितंबर 2021 तक भारत के लिए मिली एग्जिट परमिट में खेल कर न केवल पूरा भारत घूम रहा था, बल्कि पश्चिम बंगाल के पते का आधार कार्ड भी उसके पास है।

Bihar Police : Aadhaar Card found with Russian citizen, UID made in mamta banerjee bengal found in nalanda

बिहार के एक शहर में हाल ही में एक रूसी नागरिक को पकड़ा गया है, जिसने पश्चिम बंगाल के पते पर एक UID (यूनिवर्सल आईडेंटिटी) बनवाया था। इस मामले के बाद, यह समाचार पूरे भारत में चर्चा का विषय बन गया है।

अनुसूचित जाति की उपेक्षा के मामले में रूसी नागरिक को पकड़ा जाना, जो पश्चिम बंगाल के एक गांव में बसने आया था, नागरिकता के प्रमाण का मुद्दा उठाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वह एक पत्रकारिता वीजा के तहत भारत आया था, लेकिन उसने अपनी उपेक्षित जाति की पड़ताल द्वारा नागरिकता प्राप्त की थी।

यह मामला चुनावी मुद्दा बन गया है और स्थानीय और राष्ट्रीय स्तरों पर विवाद पैदा हुआ है। अधिकारियों ने इस मामले की जांच करने का आदेश दिया है और रूसी नागरिक को सख्ती से पर्याप्त जाँच के लिए न्यायिक प्रक्रिया के अंतर्गत हिरासत में लिया गया है।

यह घटना उदाहरण बन सकती है…

यूनिवर्सल आईडेंटिटी (UID) बनवाना एक आम प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति की पहचान सत्यापित की जाती है और उसे एक यूनिक आईडी प्रदान की जाती है। यह आईडी सभी सरकारी और गैर-सरकारी पहचान पत्रों के रूप में मान्यता प्राप्त करता है और व्यक्ति को सरकारी योजनाओं और सुविधाओं के लिए पात्र बनाता है।

यह घटना उदाहरण बन सकती है जो नागरिकता प्रमाणित करने के लिए उपयोग होने वाले प्रक्रिया में कमजोरियों को उजागर करती है। यह सामाजिक और न्यायिक मुद्दों को उठाने का माध्यम बन सकती है और नागरिकों के अधिकारों और सुरक्षा के मामले में सुधार की आवश्यकता को दर्शा सकती है।

इस मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न घटें और लोगों को नागरिकता प्राप्त करने के लिए सही प्रक्रिया में विश्वास रखा जा सके।

देश में सबसे संवेदनशील माना जाने वाला पहचान पत्र आधार कार्ड रूसी नागरिक के पास! पश्चिम बंगाल के पते का यह आधार कार्ड उस शख्स के पास से बरामद किया गया है, जिसे किसी भी स्थिति में 20 सितंबर 2021 को भारत से लौट जाना था। वह एग्जिट परमिट में हेरफेर कर भारत में घूम रहा था।

और तो और, पश्चिम बंगाल के पते का आधार कार्ड भी बनवा कर रखे हुए था। आधार असली है या नहीं, यह जांच का विषय है; लेकिन रूसी नागरिक के नाम-फोटो के साथ आधार रहना ही बड़ी बात है। पूरे भारत में घूम रहा यह शख्स अब बिहार में पकड़ा गया है। पुलिस ने उसे नव नालंदा महाविहार के धम्म नालंदा विपश्यना केंद्र से हिरासत में लिया।  

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