रहस्यमयी निमोनिया : Corona के बाद China फिर मचाएगा तबाही,चीन में फैला निमोनिया कोरोना की तरह !

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रहस्यमयी निमोनिया पर चीन आंकड़ा देना नहीं चाहता था, लेकिन दुनिया भर से दबाव के बाद चीन ने ये माना है कि 13 नवंबर से बच्चों में रहस्यमयी निमोनिया फैला है. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने दावा किया कि लियाओनिंग और बीजिंग में सांस से जुड़ी बीमारी तेजी से फैल रही है. वहीं, भारत इस बीमारी पर बारीकी से नजर बनाए हुए है.

क्या दुनिया में फिर आएगी तबाही? चीन में फैला निमोनिया कोरोना की तरह तो नहीं!

चीन दुनिया में नई-नई समस्याओं और बीमारियों की फैक्ट्री बनता जा रहा है. पिछले कुछ वर्षों में तो स्थिति ऐसी रही है कि दुनिया में कोई भी नई बीमारी फैली है, तो उसकी शुरुआत चीन से हुई है. 2019 में फैला कोरोना इसका सबसे वीभत्स उदाहरण है, जिसने दुनिया ने इतनी तबाही मचाई, जितनी पिछले 100 वर्षों में नहीं मची थी. अमेरिका, यूरोप और चीन सभी सुपर पावर कोरोना के सामने घुटने पर आ गए थे. एक बार फिर चीन में एक ऐसी ही बीमारी फैल रही है जो दुनिया को डरा रही है. लोग सोच रहे हैं कि क्या ये बीमारी कोरोना की तरह दुनिया को तबाह करने वाली है?

दरअसल, चीन के उत्तर पूर्वी प्रांत लियाओनिंग में पिछले कुछ दिनों में एक रहस्यमयी बीमारी फैली है. चीन में इस बीमारी को काफी हद तक निमोनिया से मिलता-जुलता बताया जा रहा है, लेकिन इसके फैलने की स्पीड निमोनिया से काफी ज्यादा है. ये बीमारी खासतौर पर बच्चों को अपना शिकार बना रही है. इससे आशंका ये भी जताई जा रही है कि कहीं तेजी से फैलती ये बीमारी महामारी का रूप ना ले ले. ये डर इसलिए है क्योंकि ऐसी ही स्थिति चीन के वुहान शहर में दिसंबर 2019 में बनी थी और कोरोना पूरी दुनिया में महामारी बन गई थी. इससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है. बच्चों में ये संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है.

बीमारी के लक्षण

  • बच्चों के फेफड़ों में सूजन
  • सांस लेने में परेशानी
  • लगातार खांसी
  • तेज बुखार

ये संक्रमण इतनी तेजी से और इतनी बड़ी आबादी में फैल चुका है कि अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो गया है. अगर किसी क्लास के बच्चों में ये लक्षण दिखते हैं तो पूरी क्लास को रद्द किया जा रहा है. कई जगहों पर स्कूलों को बंद कर दिया गया है. चीन के लोग इस रहस्यमयी बीमारी के खौफ में जी रहे हैं. उन्हें ये समझ ही नहीं आ रहा है कि ऐसा हुआ क्या कि ये रोग इतनी तेजी से फैल रहा है.

वैसे इस रहस्यमयी निमोनिया पर चीन आंकड़ा देना नहीं चाहता था, लेकिन दुनिया भर से दबाव के बाद चीन ने ये माना है कि 13 नवंबर से बच्चों में रहस्यमयी निमोनिया फैला है. इस बीमारी को फैले हुए 11 दिन हो चुके हैं. 3 से ज्यादा प्रांतों और शहरों में इसके फैलने का दावा है. 24 घंटे में 7,000 से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. 11 दिनों में 77,000 से ज्यादा नए मरीजों के अस्पताल पहुंचने की आशंका है.

वैसे तो चीन इस बीमारी को छिपा लेता लेकिन जिस लियाओनिंग प्रांत में ये रहस्यमय बीमारी फैली है वो राजधानी बीजिंग से करीब 700 किलोमीटर दूर है, लेकिन इसके कुछ केस राजधानी बीजिंग में भी मिले, जिसके बाद चीन के लिए इसे छुपाना मुश्किल हो गया है इसलिए चीन खुद दुनिया को इस बीमारी के बारे में बताने के लिए दुनिया के सामने आ गया.

WHO ने मांगे निमोनिया पर डिटेल में आंकड़े

13 नवंबर 2023 को चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने दावा किया कि लियाओनिंग और बीजिंग में सांस से जुड़ी बीमारी तेजी से फैल रही है. इसके बाद 19 नंबर को दुनियाभर में बीमारियों को लेकर काम करने वाली संस्था प्रोमेड ने खुलासा किया कि लियाओनिंग में ये बीमारी बच्चों में तेजी से फैल रही है. 22 नवंबर 2023 को विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने चीन से रहस्यमयी निमोनिया पर डिटेल आंकड़े और जानकारी मांगी, लेकिन चीन ने अब तक कोई आंकड़ा WHO को नहीं दिया है.

WHO ने इस पर बयान भी जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि चीन में माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के केस बढ़ते जा रहे हैं. कई संक्रामक श्वसन संबंधी बीमारियों का प्रकोप है. इस संबंध में चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. चीन से बच्चों में फैले निमोनिया के समूहों की अतिरिक्त जानकारी और टेस्ट रिजल्ट मांगे गए हैं.

निमोनिया चीन की प्रयोगशाला से तो नहीं निकला?

इस रहस्यमयी बीमारी का पता चलने के बाद अब शक गहरा रहा है कि कहीं ये भी कोरोना की तरह किसी दवा के प्रयोग का नतीजा तो नहीं है? क्योंकि कोविड-19 संक्रमण पर कुछ स्टडी के बाद ऐसे आरोप लगे थे कि वुहान की लैब में हुए प्रयोग के बाद कोरोना फैला था. इन आरोपों के बाद चीन के लिए दुनिया में अविश्वास को और बढ़ा दिया था. इसलिए अब सवाल उठ रहे हैं कि कहीं तेजी से फैल रहा ‘रहस्यमयी निमोनिया’ चीन की प्रयोगशाला से तो नहीं निकाला है?

वैसे इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा, फिलहाल ये देखना होगा कि निमोनिया से कितने बच्चे संक्रमित हो रहे हैं और कितने बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. साथ ही ये भी देखना होगा कि इस निमोनिया की संक्रामक दर कितनी है. अभी कुछ दिन इंतजार करना होगा इसके बाद की चीन में फैल रही इस बीमारी को लेकर तस्वीर कुछ साफ हो सकेगी, लेकिन फिर भी सभी देशों को सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर तब जब चीन सही आंकड़ा नहीं देने के लिए कुख्यात है.

चीनके निमोनिया से भारत सतर्क

चीन हमारे पड़ोस में है और वहां जो कुछ भी होता है उसका हमारे देश असर पड़ता है इसलिए भारत सरकार सतर्क है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि हम चीन में तेजी से फैल रही इस बीमारी पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अभी इसके भारत में फैलने की आशंका थोड़ी कम है.

अब सवाल ये है कि आखिर चीन दुनिया में नई तरह की बीमारियों की फैक्ट्री क्यों बन गया है? दरअसल एक्सपर्ट ऐसा दावा करते हैं कि चीन से नई-नई बीमारियों के फैलने की एक वजह वहां का लाइव फूड मार्केट. वहां अलग-अलग प्रजातियों के जानवरों का मांस एक साथ बिकता है. कुछ जानवरों में पाए जाने वाले जीवाणु दूसरे जीवाणुओं के साथ मिलकर खतरनाक रूप ले लेते हैं और नई बीमारियों को जन्म देते हैं. ऐसे लाइव मार्केट के आसपास घनी आबादी में संक्रमण आसानी से फैलता चला जाता है. आपको याद दिला दें कि जब कोविड-19 फैला था तो उसे लेकर एक थ्योरी ये भी सामने आई थी कि वायरस लाइव फूड मार्केट से फैला.

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