शाम में अचानक बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए कुछ लोग पास के केबिन में छिपने के लिए चले गए। केबिन में कुल 8 लोग छिपे थे। इसी बीच केबिन के पास ही पूरी चमक और जबरदस्त आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी।
गया में वज्रपात से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना बेलागंज थाना क्षेत्र के पनारी गांव की है। स्थानीय लोगों ने घायलों को इलाज के लिए बेलागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। डॉक्टरों द्वारा उनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। मृतकों की पहचान पनारी गांव निवासी जितेंद्र दांगी, जितेंद्र की पत्नी मीना देवी, शंकर राम, कपिल यादव और बाली भगत के रूप में की गई है। वहीं घायलों की पहचान मोती लाल प्रजापत, राजू सिंह, अनिल सिंह के रूप में हुई है।
केबिन में भी नहीं बच पाई जान
पनारी में आकाशीय बिजली गिरने हुए दर्दनाक हादसे में घायल हुए लोगों का कहना है कि शाम करीब साढ़े 4 बजे बारिश शुरू हुई। बारिश से बचने के लिए कुछ लोग पास के केबिन (मोटर पंप का पक्का कमरा) में छिपने के लिए चले गए। केबिन में कुल 8 लोग छिपे थे। 8 में से 5 जमीन पर बैठे थे और 3 केबिन में रखी हुई खटिया पर बैठे थे। इसी बीच केबिन के पास ही पूरी चमक और जबरदस्त आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी। आकाशीय बिजली के गिरते ही केबिन अंदर बैठे लोगों के बीच हड़कंप मच गया। जमीन पर बैठे लोग गंभीर रूप से झुलस गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। वहीं खटिया पर बैठे 3 लोग भी जख्मी होकर खटिया पर ही गिर पड़े। जख्मी होने वाले लोगों की चीख-पुकार की आवाज सुनकर बारिश में काम कर रहे लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो केबिन के अंदर का मंजर देख सकते में पड़ गए।आननफानन में वहां मौजूद लोगों ने सभी घायलों को पास के सरकारी अस्पताल में ले गये। अस्पताल के डॉक्टरों ने 5 लोगों मृत बताया, बाकि 3 लोगों का उपचार चल रहा है। उन्हें मगध मेडिकल कालेज अस्पताल के लिए रेफर किया गया है।
महिला की मौत
दूसरी घटना औरंगाबाद के गोह प्रखंड स्थित देवकुंड थाना क्षेत्र के बिलारू गांव की है, जहां गुरुवार की शाम खेत में धान की रोपाई कर रही एक महिला की मौत वज्रपात से हो गई। मृतका की पहचान बिलारू गांव निवासी कमलेश पासवान की पत्नी सरिता देवी (45) के रूप में की गई है। मामले की जानकारी मिलते ही देवकुंड थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। घटना के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि सरिता देवी गांव के ही राजदेव शर्मा के खेत में अन्य महिलाओं के साथ धान की रोपाई कर रही थी। इसी दौरान बारिश होने लगी। तेज बारिश और गरज के साथ वज्रपात हुआ और खेत में ही सरिता देवी की मौत हो गई। इसकी जानकारी गांव के ग्रामीणों को हुई। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया।