Ayodhya Ramlala : हिंदुत्व के स्वाभिमान की प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनके अलौकिक स्वरूप को देखकर ऐसा एहसास हो रहा है, जैसे ब्रह्मानंद की प्राप्ति हो रही हो। रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास ने रामलला के प्राकट्य को ‘…यह सुख परम अनूपा’ जैसी चौपाई में वर्णित किया है। श्यामल वर्ण के रामलला की 51 इंच की प्रतिमा की…

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