कक्षा 12वीं के बाद 10वीं के रिजल्ट किए जारी
नई दिल्ली। लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) ने कक्षा 12वीं और कक्षा दसवीं के नतीजे घोषित कर दिए हैं। इस बार 87.33 प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की है जो पिछले साल के मुकाबले 5.38 प्रतिशत कम है। अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड ने विद्यार्थियों के अंकों के आधार पर उन्हें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय श्रेणी देने की प्रक्रिया से दूर रहने का फैसला किया है। जबकि कक्षा 10 वीं का रिजल्ट 93.12 प्रतिशत रहा । इस बार बोर्ड ने डिजीलॉकर के लिए सुरक्षा पिन पर एक महत्वपूर्ण नोटिस जारी किया है। डिजीलॉकर ने ट्वीट करते हुए रिजल्ट देखने की पूरी प्रक्रिया बताई है। सीबीएसई के मुताबिक, स्कूलों को विद्यार्थियों के साथ सुरक्षा पिन साझा करनी होगी। सीबीएसई ने स्कूलों को सर्कुलर भेज दिया है। विद्यार्थियों को इस पिन से उनका डिजीलॉकर अकाउंट बनाना होगा। सीबीएसई कक्षा 12वीं के विद्यार्थी डिजीलॉकर से अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकेंगे। नोटिस के अनुसार, विद्यार्थियों के डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता को और मजबूत करने के लिए, पिछले साल सीबीएसई ने विद्यार्थियों के डिजीलॉकर खातों के लिए छह अंकों का सुरक्षा पिन आधारित एक्टिवेशन शुरू किया था। विद्यार्थियों के अनुसार सुरक्षा पिन फाइल स्कूलों को उनके डिजीलॉकर खातों में उपलब्ध कराई जा रही है, जहां से स्कूल बोर्ड द्वारा बताए अनुसार सुरक्षा पिन डाउनलोड कर सकते हैं और व्यक्तिगत विद्यार्थियों को प्रसारित कर सकते हैं।
परीक्षा पैटर्न में हुआ बदलाव
बीते साल सीबीएसई की ओर से कोरोना महामारी के कारण कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को दो सत्र – टर्म-1 और टर्म-2 में आयोजित किया गया था। छात्रों के अंतिम परिणाम भी दोनों टर्म के अंक को जोड़ कर जारी किए गए थे। थ्योरी की परीक्षा में टर्म-1 का 30 फीसदी और टर्म-2 का 70 फीसदी अंक जोड़ा गया था। वहीं, प्रैक्टिकल की परीक्षाओं के दोनों ही टर्म में से 50-50 फीसदी अंक जोड़े गए थे। सीबीएसई इस बार फिर से अपने पुराने पैर्टन पर वापस आ गया है। इस बार परीक्षाएं एक ही टर्म में आयोजित की गई थीं।
सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in और cbseresults.nic.in पर रिजल्ट उपलब्ध है।