29 नवंबर 2005 भाजपा के मुहम्मदाबाद से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय सहित सात लोगों की गोलियों से भूनकर उस समय हत्या कर दी थी जब वह अपने गांव सियाड़ी में क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन कर लौट रहे थे।
Highlights
- माफिया मुख्तार अंसारी का सबसे करीबी शूटर था संजीव माहेश्वरी ‘जीवा’।
- भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में सुर्खियों में आया था।
- मुन्ना बजरंगी के साथ मिलकर जीवा ने चलाई थी ताबड़तोड़ गोलियां।
गाजीपुर, जागरण संवाददाता। माफिया मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी शूटरों में शुमार वेस्ट यूपी का नामी बदमाश संजीव माहेश्वरी जीवा पहली बार मुहम्मदाबाद के तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में सुर्खियों में आया था। उसने गाड़ी के बोनट पर चढ़कर एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर न सिर्फ विधायक सहित सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, बल्कि स्वचलित हथियारों से कई सौ राउंड गोलियां चलाकर पूर्वांचल को दहला दिया था।
भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या
29 नवंबर 2005 भाजपा के मुहम्मदाबाद से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय सहित सात लोगों की गोलियों से भूनकर उस समय हत्या कर दी थी, जब वह अपने गांव सियाड़ी में क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन कर लौट रहे थे।
हत्याकांड में मुन्ना बजरंगी के साथ जीवा का नाम आया था
लट्ठूडीह-कोटवा नारायणपुर मार्ग के बसनिया गांव के समीप क्षतिग्रस्त पुलिया का लाभ उठाते हुए पहले से मौजूद हमलावरों ने कृष्णानंद राय की गाड़ी पर स्वचलित हथियारों से अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थीं। इस हत्याकांड में मुन्ना बजरंगी के साथ मुजफ्फरनगर निवासी शूटर संजीव माहेश्वरी जीवा का नाम सामने आया था।
जीवा ने विधायक की गाड़ी पर चढ़कर दागी थीं गोलियां
भाजपा विधायक हत्याकांड को करीब से देखने वाले लोगों है कि जीवा ने विधायक की गाड़ी पर चढ़कर गोलियां दागी थी। वह तब जेल में बंद मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी रहा।
इन लोगों की हुई थी हत्या
तत्कालीन विधायक कृष्णानंद राय के साथ मुहम्मदाबाद के पूर्व ब्लाक प्रमुख श्याम शंकर राय, भाजपा के भांवरकोल ब्लाक के मंडल अध्यक्ष रमेश राय, अखिलेश राय, शेषनाथ पटेल, चालक मुन्ना यादव व सरकारी अंग रक्षक निर्भय नारायण उपाध्याय।
ये थे आरोपित
विधायक हत्याकांड में अफजाल अंसारी, मुख्तार अंसारी, संजीव महेश्वरी जीवा, एजाजुलहक, राकेश पांडेय, रामू मल्लाह, मंसूर अंसारी, मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था। हालांकि, बाद में सभी कोर्ट से बरी हो गए थे।