बालासोर रेल हादसा : एक्सिडेंट जिहाद तो नहीं ?

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कहां गया JE आमिर? सीबीआई ने कहा- सिग्नल जेई फरार, घर किया सील, रेलवे बोला- ऐसा नहीं है

ओडिशा के बालासोर में यह भीषण ट्रेन हादसा उस समय हुआ जब तेज रफ्तार से जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस डिरेल होकर एक मालगाड़ी से टकरा गई. हादसा इतना भयानक था बोगियों के परखच्चे उड़ गए थे.

Balasore Train Accident: कहां गया JE आमिर? CBI ने बताया फरार, रेलवे बोला- ऐसा नहीं है

अडिशा ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई कर रही है. एजेंसी ने दावा किया कि सिग्नल जूनियर इंजीनयर लापता है. अब रेलवे ने सीबीआई के इस दावे को खारिज कर दिया है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने जांच एजेंसी के हवाले से चल रही खबरों का खंडन करते हुए कहा कि रेलवे का कोई भी स्टाफ फरार नहीं है, और वे जांच में सहयोग कर रहे हैं.

रेलवे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है की बालासोर ट्रेन हादसे में सीबीआई की पूछताछ के बाद एक जूनियर इंजीनियर (जेई) आमीर खान के फरार होने की खबर चल रही है, जो कि गलत है. सभी स्टाफ सीबीआई और सीआरएस के साथ जांच में सहयोग कर रहे हैं. कोई भी फरार नहीं है.

सीबीआई के सूत्रों ने बालासोर हादसे के बाद जांच की जद में आए एक जूनियर इंजीनियर आमिर खान के फरार होने और उनके घर को सील करने की बात कही. रेलवे ने बयान में फरारी की बात को तो खारिज की है, लेकिन जेई आमिर खान के घर को सील किए जाने वाली बात पर कुछ भी टिप्पणी नहीं की. सीबीआई को ओर से ट्रेन हादसे की जांच की शुरुआत 6 जून को गई. इससे पहले इस मामले में सीबीआई केस दर्ज की थी.

सरकार की ओर से मामले की सीबीआई जांच का आदेश तब दिया गया जब इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की आशंका व्यक्त की गई. हादसे के बाद रेलवे के अधिकारियों ने कहा था कि हो सकता है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की गई हो.

यह हादसा उस वक्त हुआ जब तेज रफ्तार से जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में डिरेल होकर लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. वहीं, उसके कुछ डिब्बे बगल की पटरी से गुजर रही दूसरी पैसेंजर ट्रेन से भी टकरा गए थे. हादसा इतना भीषण था डिब्बों के परखच्चे उड़ गए हैं. हादसे का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि कोरोमंडल ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के वैगन पर चढ़ गया था.

हादसे में अब तक 292 यात्रियों की मौत हो चुकी है. जिस वक्त हादसा हुआ था उस समयें करीब 1200 लोग घायल हुए थे. इसमें 100 से अधिक बुरी तरह से चोटिल हुए थे. घटना के बाद रेल मंत्री के अलावा खुद प्रधानमंत्री मोदी भी घटनास्थनल का दौरा करने के लिए बालासोर गए थे. रेल मंत्री तीन दिन तक घटनास्थल पर मौजूद रहे और 51 घंटे के भीतर रेलवे लाइन को फिर से शुरू कर दिया गया था.

हादसे को लेकर विपक्ष की ओर से भी कई तरह के सवाल उठाए गए. विपक्ष ने कहा कि जब भारत में ‘सुरक्षा कवच’ मौजूद हो उसे ट्रेन में क्यों नहीं लगाया गया था? हालांकि, जवाब में रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि यह हादसा सुरक्षा कवच नहीं होने से नहीं बल्कि किसी और कारण से हुआ है. इसके अलावा विपक्ष ने रेलवे की ओर से यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही सुरक्षा के मुद्दे पर निशाना साधा था.

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