‘शिव शक्ति’ नामकरण पर भड़की कांग्रेस, राशिद अल्वी बोले- मोदी चांद के मालिक हैं, जो नाम रख दिया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 की टच पॉइंट का नाम शिव शक्ति रखने का ऐलान किया तो इस पर राजनीति शुरू हो गई। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि पीएम मोदी को ये हक किसने दिया। उन्होंने इस फैसले को हास्यास्पद करार दिया।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बेंगलुरु इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात की। इस दौरान ऐलान किया कि चांद पर जहां चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर उतरा है उस जगह का नाम ‘शिव शक्ति’ होगा। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भड़क गए।

उन्होंने कहा कि मोदी ने लैंडिंग प्वाइंट का नाम ‘शिवशक्ति’ कैसे रखा, वह चांद के मालिक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के इस नामकरण के बाद दुनिया हम पर हंसेगी। वहीं इस मामले में बीजेपी का बयान सामने आया। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अगर यूपीए सरकार होती तो उन्होंने चांद पर उन्होंने इंदिरा प्वॉइंट और राजीव प्वॉइंट के नाम का ऐलान किया होता।

‘पीएम मोदी ने कैसे रख दिया नाम?’


एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि ये हास्यास्पद है। प्रधानमंत्री मोदी को किसने ये हक दिया कि वो चांद पर जगह का नाम रखें। हमें गर्व है कि भारत ने चांद पर सफल लैंडिंग की। लेकिन पीएम मोदी ने लैंडिंग प्वाइंट का नाम ‘शिवशक्ति’ कैसे रखा, वह चांद के मालिक नहीं हैं।

इस बीच जब अल्वी से पूछा गया कि 2008 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में चंद्रयान-1 के प्रोब को चांद पर गिराया गया था, जब कांग्रेस सरकार ने उस जगह का नामकरण देश के पहले पीएम और जवाहर लाल नेहरू के नाम पर क्यों रखा?

इसके जवाब में अल्वी ने सफाई दी कि नेहरू जी ने विक्रम साराभाई के साथ मिलकर इसरो की स्थापना की थी। नेहरू की तुलना किसी और नाम से नहीं की जा सकती। अल्वी ने पीएम मोदी पर इस मामले में राजनीति करने का भी आरोप लगाया।

‘भारत बनाम परिवारवाद का है मामला’


वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अल्वी के बयान के बाद कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट करते हिए लिखा कि ये भारत बनाम फैमिल फर्स्ट का मामला है। चंद्रयान-1 जवाहर पॉइंट, चंद्रयान-2 तिरंगा और चंद्रयान-3 शिव शक्ति पॉइंट। वहीं लैंडर का नाम भी विक्रम साराभाई के नाम रखा गया। अगर यूपीए सरकार होती तो चंद्रयान-2 और 3 को भेजती ही नहीं, अगर भेजती भी तो उनका नाम इंदिरा प्वॉइंट और राजीव प्वॉइंट होते।

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