“उम्मीद और विश्वास का नया नाम है भारत”- स्मृति ईरानी G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान PM Modi के नाम के आगे लगी देश की नेमप्लेट पर ‘Bharat’

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के आगे लगी देश की नेमप्लेट पर ‘भारत’ लिखे होने पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा है कि उम्मीद और विश्वास का नया नाम ‘भारत’ है।

स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके आगे लगी ‘भारत’ के नाम वाली नेम प्लेट की तस्वीर को शेयर करते हुए एक्स (पहले ट्विटर ) पर लिखा, “उम्मीद और विश्वास का नया नाम – भारत।”


दरअसल, दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में भारत की मेजबानी में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन भाषण के दौरान उनके आगे रखी नेम प्लेट ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे रखी नेम प्लेट पर अंग्रेजी भाषा में ‘भारत’ लिखा हुआ था। इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में नेताओं के नाम के आगे उस देश के नाम की नेम प्लेट लगी होती है, जिस देश का वह नेता प्रतिनिधित्व करता है।


देश का नाम बदलने की कवायद और देश के अंदर भारत बनाम इंडिया को लेकर जारी बहस के बीच यह पहला मौका है, जब जी-20 जैसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे ‘इंडिया’ की बजाय अंग्रेजी भाषा में लिखे गए ‘भारत’ के नाम की नेम प्लेट लगी दिखाई दी हो

जी-20

G20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (Group of Twenty) 19 देशों और यूरोपीय संघ (EU) से मिलकर बना एक अंतरसरकारी मंच है. यह ग्लोबल इकोनोमी से संबंधित प्रमुख मुद्दों, जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास के संबंधित काम करता है. G20 दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशो से बना है, जिसमें औद्योगिक और विकासशील दोनों देश शामिल हैं. यह सकल विश्व उत्पाद (GWP) का लगभग 80 फीसदी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 59-77 फीसदी, वैश्विक आबादी का दो-तिहाई और दुनिया के भूमि क्षेत्र का 60 फीसदी हिस्सा है.

G20 की स्थापना 1999 में कई विश्व आर्थिक संकटों को दूर करने के लिए की गई थी (Foundation of G20). 2008 के बाद से, यहां साल में कम से कम एक बार बैठक होती है, जिसमें प्रत्येक सदस्य के सरकार या राज्य के प्रमुख, वित्त मंत्री, या विदेश मंत्री और अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों को शामिल किया जाता है. यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व यूरोपीय आयोग और यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा किया जाता है. कुछ स्थायी मेहमानों को जैसे कोई अन्य देश, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और गैर-सरकारी संगठन को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है (G20 Summits).

2009 के अपने शिखर सम्मेलन में, G20 ने खुद को अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और वित्तीय सहयोग के लिए प्राथमिक स्थल यानी प्राइमरी वेन्यू घोषित किया (G20 Primary Venue for Summits ). 

2022 तक, समूह में 20 सदस्य हैं- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका,स्पेन, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, अफ्रीकी संघ, आसियान और यूरोपीय संघ, साथ ही, स्थायी अतिथि भी आमंत्रित किए जाते हैं (G20 Members).

भारत 2023 G20 शिखर सम्मेलन का मेजबानी करेगा (G20 Summit 2023 in India).

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