इजराइल हमास के बीच युद्ध कब बड़े पैमाने पर मुस्लिम देशों के साथ वार में तब्दील हो जाए कहा नहीं जा सकता। यही वजह है कि इजराइल ने अपने नागरिकों से कहा है कि मुस्लिम देश छोड़ दें।
इजराइल हमास वार के 15वें दिन इजराइल ने बड़ा कदम उठाया है। इजराइल ने मुस्लिम देशों में रहने वाले अपने नागरिकों से कहा है कि जल्द से जल्द सभी लोग मुस्लिम देशों को छोड़ दें। इजराइल ने कहा कि हमारे नागरिक किसी भी मुस्लिम देश का दौरा न करें। इसके पीछे का कारण यह बताया गया है कि मुस्लिम देशों में इजराइलियों पर हमला किया जा सकता है क्योंकि मुस्लिम देशों के साथ इजराइल के रिश्ते दिनों दिन तनावपूर्ण होते जा रहे हैं।
मानवीय मदद पहुंचाने का काम जारी
गाजा के हालात को देखकर मानवीय मदद देने का काम चालू हो गया है। शनिवार को इजिप्ट बॉर्डर के रास्ते 20 ट्रक गाजा पहुंचे हैं। इनमें भोजन, के अलावा जरूरी दवाइयों और अन्य सामान है। इजराइली मीडिया ने कहा कि राफा बॉर्डर को करके करीब 200 ट्रक 3 हजार टन के सामान लेकर गाजा जाने वाले हैं। इस दौरान इजराइल ने कहा कि जो भी विदेशी नागरिक गाजा में हैं, वे वहां से जल्द से जल्द निकल जाएंगे। गाजा शहर के एक हॉस्पिटक को भी खाली करने का आदेश जारी कर दिया गया है। अलजजीरा की रिपोर्ट्स कहती है कि इजराइली हमलों की वजह से करीब 12 हजार लोग बेघर हो गए हैं।
शांति बहाली की कोशिशें जारी
इजिप्ट ने सीजफायर करवाने के लिए काहिरा में समिट का आयोजन किया है। इस समिट में कतर, यूएई, इटली, स्पेन, ग्रीस, कनाडा और यूरोपियन काउंसिल सहित 10 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। समिट में फिलीस्तीन के प्रेसीडेंट महमूद अब्बास ने कहा कि कोई भी चैलेंज होगा तो हम सब अपनी जमीन छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि इजराइल ने स्कूल, हॉस्पिटल से लेकर औरतों और बच्चों पर बम दागे हैं। यही वजह है कि ज्यादातर मुस्लिम देश अब एक साथ मिलकर शांति बहाली की कोशिशें कर रहे हैं।