उम्मीद : फंसे मजदूरों से संपर्क नहीं, ऑक्सीजन सप्लाई, उत्तरकाशी टनल हादसे में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

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सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिये उत्तरकाशी एसपी अर्पण यदुवंशी द्वारा मौके पर पुलिस फोर्स, राहत व बचाव दलों को 24 घंटे के लिये तैनात कर दिया गया है. एसपी द्वारा बताया गया है कि टनल में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकलना हमारी प्राथमिकता है.

ऑक्सीजन सप्लाई, फंसे मजदूरों से संपर्क नहीं, उत्तरकाशी टनल हादसे में 20 घंटे से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल हादसे में 20 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. टनल में काम करने वाले मजदूरों में 40 मजदूर इस हादसे का शिकार हुए हैं. वे टनल के अंदर मलबे में दबे हैं. उन्हें रेस्क्यू करने की हर संभव कोशिश की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर अपडेट लिया है. अधिकारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई है. तमाम बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

ताजा जानकारी के मुताबिक, टनल के भीतर फंसे मजदूरों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. पाइप के जरिए ऑक्सीजन दिया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि 8-10 घंटे ऑक्सीजन सप्लाई की जा सकती है ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में आसानी होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय एजेंसियों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद करने का निर्देश दिया है. टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान में तेजी लाई गई है. मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद करने को कहा गया है.

सीएम ने सोशल मीडिया पर की पोस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई बातचीत के बारे में सीएम धामी ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि लेपचा, हिमाचल प्रदेश से लौटते ही आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने फोन के माध्यम से आज उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय मलबा आने की वजह से टनल में फंसे श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली.

प्रधानमंत्री जी को श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए संचालित बचाव कार्यों के बारे में मैंने विस्तार से जानकारी दी एवं वस्तु स्थिति से अवगत कराया. माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस दुर्घटना से निपटने हेतु हर संभव मदद का आश्वासन दिया. भारत सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों को राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने हेतु निर्देशित कर दिया गया

मलबा आने से फंस गए मजदूर

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. इसी के तहत सिलक्यारा से डंडालगांव तक सुरंग का निर्माण भी हो रहा है. इसी बीच अचानल मलबा आने से वहां काम कर रहे 36 मजदूर फंस गए. जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने इस हादसे की पुष्टि की. एसडीआरएफ और संबधित कंपनी के प्रयासों से मलबे को हटाने का काम चल रहा है. मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ पांच 108 एंबुलेंस तैनात की गई हैं. मौके पर एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल मौके पर मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि टनल में मजदूरों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है. एक अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दी गई है, टनल के अंदर सभी मजदूर सुरक्षित हैं.

यह हैं फंसे मजदूर

टनल में फंसे मजदूरों में उत्तर प्रदेश के अखिलेश कुमार, अंकित, राममिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश, राम सुंदर, मंजीत, झारखंड से विश्वजीत कुमार, सुबोध कुमार, अनिल बेदिया, सिराजेंद्र बेदिया, सुखराम, टिंकू सरदार, गुनोधर, रंजीत, रविन्द्र, समीर, महादेव, भुक्तु मुर्मू, चमरा उराव, विजय होरो, गणपति, बिहार से सबह अहमद, सोनू शाह, वीरेन्द्र किस्कू, सुबोध कुमार, वेस्ट बंगाल से मनिल तालू कदार, सेविक पखेरा, जयदेव पर्मानिक, उड़ीसा के तपन मंडल, भगवान वत्रा, विशेषर नायक, राजू नायक, धीरेन, उत्तराखंड के गब्बर सिंह नेगी, पुष्कर, असम के संजय, रामप्रसाद, हिमाचल प्रदेश के विशाल शामिल हैं.

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