कर्नाटक के मांड्या जिले के केरागोडु गांव में उस समय तनाव बढ़ गया, जब अधिकारियों ने हनुमान जी के झंडे को हटाने का निर्देश दिया। इसके बाद पूरे गांव में विरोध प्रदर्शन होने लगा और पुलिस बल की लोगों के साथ टक्कर हो गई। इस बीच गांव में धारा 144 भी लागू…
कर्नाटक के मांड्या जिले के केरागोडु गांव में उस समय तनाव बढ़ गया, जब अधिकारियों ने हनुमान जी के झंडे को हटाने का निर्देश दिया। इसके बाद पूरे गांव में विरोध प्रदर्शन होने लगा और पुलिस बल की लोगों के साथ टक्कर हो गई। इस बीच गांव में धारा 144 भी लागू कर दी गई। दरअसल, हुआ ऐसा कि बीते दिन कुछ युवकों ने 108 फीट ऊंचे पोल पर हनुमान जी का झंडा लगा दिया। उन युवकों के अनुसार, इसकी अनुमति उन्हें ग्राम पंचायत से मिली हुई थी, लेकिन बावजूद इसके दूसरे ग्रुप के कुछ लोगों ने इसको लेकर नाराजगी जाहिर की और शिकायत दर्ज करवाई।
हटाने के आदेश मिले तो गर्माया माहौल
इसके बाद जब अधिकारियों की ओर से ग्रामीणों से निवेदन किया गया कि वे झंडे को हटा दें तो माहौल गर्मा गया। स्थिति तनावपूर्ण हो गई और गांव में फोर्स तैनात की गई है। कईयों का कहना है कि यह झंडा हमारी आस्था का सवाल है और कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं। ग्रामीणों के साथ भाजपा, जेडीएस और बजरंग दल के लोग भी उतर आए हैं। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा पर लोगों को भड़काने का आरोप लगा रही है। निवार को झंडा उतारने के आदेश के विरोध में ग्रामीणों ने अपनी दुकानें भी बंद कर दी थीं। रविवार को ग्राम पंचायत के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और झंडा उतरवाना चाह रहे थे, लेकिन गांव के कई लोग अधिकारियों के खिलाफ उतर आए और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।
BJP ने किया बड़ा आंदोलन करने का ऐलान
वहीं भाजपा ने ग्रामीणों के उन लोगों का साथ दिया जो हनुमान जी का झंडा सदैव पोल पर लगे हुए देखना चाहते हैं। मामला गर्माया तो इसने राजनीतिक रूप भी ले लिया। भाजपा ने ऐलान कर दिया कि अगर झंडा हटाया गया तो फिर कर्नाटक के सभी जिलों में आंदोलन किया जाएगा। सोमवार को भाजपा के कार्यकर्ता बेंगलुरु में भी मैसुरू बैंक सर्किल के पास जुटे हैं। इस दौरान पुलिस ने बड़ी संख्या में भाजपा के लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं ग्रामीणों ने स्थानीय कांग्रेस विधायक रवि कुमार के पोस्टरों को फाड़ विरोध प्रकट किया। इसके बाद कांग्रेसी भी मैदान में उतर आए और फिलहाल गांव में तनाव की स्थिति है। हालात बिगड़ने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
वहीं इस मामले पर पुलिस ने हनुमान जी के झंडे को हटाने की बात कही। उनके अनुसार, हनुमान जी के झंडे को हटाकर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगना चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार, झंडे के लिए केरागोडु गांव के लोगों ने फंडिंग की थी। इसके अलावा अन्य 12 गांवों के लोगों ने भी इसके लिए योगदान दिया था। इसमें भाजपा और जेडीएस के लोगों ने भी योगदान दिया था। भाजपा ने तो इस मामले में पुलिस ऐक्शन को लेकर कांग्रेस पर हमला बोलना शुरू कर दिया है और उसके कदम को हिंदू विरोधी करार दिया है। भाजपा नेता आर. अशोक ने कहा कि ग्राम पंचायत की मंजूरी से यह झंडा लगा था तो फिर कांग्रेस की सरकार इसे अब हटवाना क्यों चाहती है।