Mahua Moitra & CBI : लोकपाल ने सीबीआई को हर महीने जांच की स्थिति भी बताने का निर्देश भी दिया है। लोकपाल के आदेश पर सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में इस मामले में प्रारंभिक जांच की थी।
संसद में सवाल के बदले पैसे के मामले में महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लोकपाल ने इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को मोइत्रा के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। साथ ही छह महीने के भीतर जांच रिपोर्ट भी सौंपने को कहा है। भाजपा नेता निशिकांत दुबे की शिकायत पर लोकपाल ने यह कार्रवाई की है। दुबे ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने दुबई स्थित व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से नकदी और उपहार के बदले में संसद के निचले सदन में सवाल पूछे थे।
लोकपाल पीठ ने दिया आदेश
जस्टिस अभिलाषा कुमारी (न्यायिक सदस्य) और सदस्य अर्चना रामसुंदरम और महेंद्र सिंह की लोकपाल पीठ ने आदेश में कहा, रिकॉर्ड पर मौजूद संपूर्ण सामग्री के सावधानीपूर्वक मूल्यांकन और विचार के बाद, इस तथ्य के बारे में कोई संदेह नहीं रह गया है कि आरपीएस (प्रतिवादी लोक सेवक) के खिलाफ लगाए गए आरोप, जिनमें से अधिकांश ठोस सबूतों द्वारा समर्थित हैं, बेहद गंभीर प्रकृति के हैं, खासकर उनके पद को देखते हुए। इसलिए, हमारी राय में, सत्य को स्थापित करने के लिए गहरी जांच की आवश्यकता है।
लोकपाल ने सीबीआई को हर महीने जांच की स्थिति भी बताने का निर्देश भी दिया है। लोकपाल के आदेश पर सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में इस मामले में प्रारंभिक जांच की थी। इसकी रिपोर्ट भी लोकपाल को सौंपी थी। इसके बाद ही लोकपाल ने सीबीआई को मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की तरफ से आदेश जारी किए जाने के बाद सीबीआई मामला दर्ज कर जांच शुरू करेगी।
निशिकांत दुबे ने लिखा- ‘सत्यमेव जयते’
इसे लेकर भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आज मेरी शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI को जांच करने का आदेश दिया। यानि चंद पैसों के लिए तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार व देश की सुरक्षा को गिरवी रखा। इस पोस्ट की शुरुआत उन्होंने सत्यमेव जयते और अंत जय शिव लिखकर की।
इसे पहले, बीते साल नवंबर माह में उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर महुआ पर हमला बोला था। उन्होंने लिखा था कि लोकपाल ने मेरी शिकायत पर राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने की आरोपी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ आज सीबीआई जांच का आदेश दिया।’ वहीं, मोइत्रा ने उनपर पलटवार करते हुए कहा था, ‘यह जानकर बहुत खुशी हुई कि मोदी जी का लोकपाल अस्तित्व में है और यह भी अभी भी सक्रिय है। लोकपाल कार्यालय के लिए ऐसी महत्वपूर्ण घोषणाओं को आउटसोर्स करना अपमानजनक है।’
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्तूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि महुआ द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अदाणी समूह पर केंद्रित थे। आरोप है कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी की ओर से अदाणी समूह पर निशाना साधने के लिए लोकसभा में सवाल पूछती थीं। उन्होंने दावा किया कि हीरानंदानी अलग-अलग स्थानों से एवं अधिकतर दुबई से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा की ‘लॉगइन आईडी’ का इस्तेमाल करते थे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था।अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें.