युवा शटलर लक्ष्य सेन एकल के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं. इसके साथ लक्ष्य पेरिस ओलंपिक में मेडल से एक जीत दूर हैं. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में पिछड़ने के बावजूद चीनी ताइपे के खिलाड़ी को हराया. लक्ष्य पुरुषों में ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.
भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास बना दिया है. पेरिस ओलंपिक के बैडमिंटन पुरुष सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में लक्ष्य ने चीनी ताइपे के खिलाड़ी को मात दी. तीन गेम तक चले मैच में लक्ष्य ने चीनी ताइपे के खिलाड़ी चोउ तिएन चेन को हराकर मेडल की ओर कदम बढ़ा दिए. एक जीत दर्ज कर लक्ष्य अपना मेडल पक्का कर लेंगे. लक्ष्य ने अपने विपक्षी को 19-21, 21-15 और 21-12 से पराजित किया.
लक्ष्य सेन ने दूसरे गेम में शानदार वापसी की. पहला गेम हारने के बाद दूसरे गेम में उन्होंने चीनी ताइपे के खिलाड़ी को 21-15 से हराकर मुकाबले में रोमांच पैदा कर दिया. अब रिजल्ट के लिए मैच तीसरे गेम में पहुंच गया है. पेरिस ओलंपिक में लक्ष्य पहली बार तीन गेम का मुकाबला खेल रहे हैं. लक्ष्य सेन को पहले गेम में हार मिली है. चीनी ताइपे के खिलाड़ी के खिलाफ लक्ष्य पहला गेम 19-21से गंवा बैठै. अब उन्हें दूसरा गेम हर हाल में जीतना होगा. लक्ष्य ने दूसरे गेम की शुरुआत अच्छी की है.
इससे पहले, लक्ष्य सेन ने अपने ही साथी एचएस प्रणय को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. लक्ष्य ने एचएस प्रणय को प्री क्वार्टर फाइनल में 21-12, 21-6 से हराया था. जब मुकाबला साथी से हो तो जीत का जश्न कैसा? लक्ष्य सेन ने भी जीत का ऐसा कोई जश्न नहीं मनाया था. उन्होंने बस रैकेट ऊपर उठाकर सिर झुकाकर दर्शकों को अभिवादन किया था. एचएस प्रणय से हाथ मिलाया, गले मिले और कोर्ट से बाहर चले गए. लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक के अपने पहले मुकाबले में केविन कोर्डन को हराया था. इसके बाद जोनाथन क्रिस्टी को को 21-12 और 21-18 से हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की थी.