उदयपुर में 16 अगस्त को स्कूल में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल छात्र ने रविवार को दम तोड़ दिया। मामले में तनाव बढ़ता देख प्रशासन ने मृतक छात्र के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिजनों में से किसी एक को संविदा पर नौकरी देने का एलान किया है।
उदयपुर में पिछले दिनों स्कूल में साथ छात्र के चाकू मारने से मौत हो गया। इसके बाद क्षेत्र में एक बार फिर से तनाव फैल गया। प्रशासन ने मौके पर स्थिति को संभाला। मृतक छात्र के परिजनों को प्रशासन की तरफ से 50 लाख रुपये देने का एलान किया गया है। इसके साथ ही परिजनों में से किसी एक को संविदा पर सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की गई है। साथ ही मामले को एससी एसटी एक्ट के तहत भी दर्ज करने का आश्वासन दिया गया है।
लोगों ने स्कूल स्टाफ को हटाने की मांग भी की है। सरकारी नौकरी के लिए प्रशासन सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। मांगों पर सहमति बनने के बाद पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है।पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि उदयपुर की घटना ने पूरे राजस्थान को हिला कर रख दिया है। स्कूल के 15 वर्ष के बच्चे देवराज की मौत से राजस्थान की भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर पोल खुल गई है। उन्होंने प्रदेश के लोगों से शांति व्यवस्था की अपील करते हुए भाजपा सरकार को अपील करता हूं कि देवराज के परिवार को तुरंत एक करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की व्यवस्था करें। प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को संभाले, जिससे प्रदेश में अमन चैन स्थापित हो सके, क्योंकि लोगों में दहशत का माहौल है।