Apple iPhone: विस्ट्रॉन फैक्ट्री का वैल्युएशन करीब 600 मिलियन डॉलर का है. इस डील को लेकर करीब एक साल से बातचीत चल रही थी.
एक साल से टाटा ग्रुप की विस्ट्रॉन कॉर्प के साथ चल रही थी बात.
विस्ट्रॉन कॉर्प ने अब दे दी है इस अधिग्रहण को मंजूरी.
विस्ट्रॉन फैक्टरी में काम कर रहें 10 हजार कर्मचारी
नई दिल्ली. भारत में ऐपल के आईफोन (Apple iPhone) बनाने का काम जल्द ही टाटा ग्रुप (Tata Group) के हाथ में आ जाएगा. भारत में आईफोन बनाने वाली कंपनी विस्ट्रॉन (Wistron) इंफोकॉम मैन्युफेक्चरिंग इंडिया का अधिग्रहण टाटा ग्रुप रहा है. इस अधिग्रहण को विस्ट्रॉन इंफोकॉम की पैरेंट कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प के निदेशक मंडल ने मंजूरी दे दी है. इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि टाटा ग्रुप ढाई साल के भीतर घरेलू और वैश्विक मार्केट के लिए भारत में ही iPhones बनाना शुरू कर देगा.वर्तमान में विस्ट्रॉन का भारतीय प्लांट अपनी 8 प्रोडक्शन लाइनों में आईफोन-12 और आईफोन-14 की मैन्युफैक्चरिंग कर रहा है. टाटा के अधिग्रहण के बाद विस्ट्रॉन पूरी तरह से भारतीय बाजार से बाहर हो जाएगा, क्योंकि यह भारत में ऐपल प्रोडक्ट्स का प्रोडक्शन करने वाला कंपनी का एकमात्र प्लांट है.
आईटी मिनिस्टर ने टाटा को दी बधाई
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ” नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शी पीएलआई योजना ने पहले ही भारत को स्मार्टफोन विनिर्माण और निर्यात के लिए एक विश्वसनीय और प्रमुख केंद्र बनने के लिए प्रेरित किया है. अब सिर्फ ढाई साल के अंदर टाटा कंपनीज भारत से घरेलू और वैश्विक बाजारों के लिए भारत से iphone बनाना शुरू करेगी. विस्ट्रॉन का संचालन संभालने के लिए टाटा टीम को बधाई. एक साल से चल रही थी बातचीत
विस्ट्रॉन फैक्ट्री कर्नाटक के साउथईस्ट में है. एक रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 तक विस्ट्रॉन इस फैक्ट्री से करीब 1.8 बिलियन डॉलर के Apple iPhone बनाएगी. टाटा इस फैक्ट्री में ग्लोबल मार्केट के लिए iPhone 15 की मैन्युफैक्चरिंग करेगी.विस्ट्रॉन फैक्ट्री का वैल्युएशन करीब 600 मिलियन डॉलर का है. इस डील को लेकर करीब एक साल से बातचीत चल रही थी.