मीडिया और एंटरटेनमेंट जगत में बड़ा सौदा हुआ है। देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने डिज्नी के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। यह करार ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाने के लिए किया गया है। इसके तहत रिलायंस ने भारत में अपने मीडिया ऑपरेशन का विलय कर एक बड़ी कंपनी बनाने का ऐलान किया है।
मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर में ‘महा’ डील हुई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने डिज्नी के साथ ज्वाइंट वेंचर बनाने के लिए बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह वायकॉम 18 और स्टार इंडिया का विलय करेगा। इस सौदे के कारण टीवी ब्रॉडकास्टिंग और स्ट्रीमिंग की तस्वीर बदल जाएगी। वॉल्ट डिज्नी और रिलायंस ने बुधवार को भारत में अपने मीडिया परिचालन का विलय कर 70,000 करोड़ रुपये की एक बड़ी कंपनी बनाने की घोषणा की है।
कंपनियों ने एक बयान में कहा कि संयुक्त वेंचर में रिलायंस और उसकी सहायक इकाइयों की हिस्सेदारी 63.16 फीसदी होगी। दूसरी ओर डिज्नी के पास बाकी 36.84 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी। रिलायंस ने ओटीटी कारोबार को बढ़ाने के लिए ज्वाइंट वेंचर में लगभग 11,500 करोड़ रुपये का निवेश करने पर भी सहमति जताई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी इस ज्वाइंट वेंचर कंपनी की चेयरपर्सन होंगी। वहीं, उदय शंकर वाइस चेयरपर्सन होंगे।
रिलायंस के सीएमडी मुकेश अंबानी ने रणनीतिक ज्वाइंट वेंचर पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘यह ऐतिहासिक समझौता है। इससे भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत होगी। हम डिज्नी को अग्रणी वैश्विक मीडिया समूह के रूप में सर्वोच्च सम्मान देते हैं। दर्शकों को इसके जरिये सस्ती कीमतों पर बेजोड़ कंटेंट मिलेगा।
इस डील नियामक और शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करेगी। इसके कैलेंडर वर्ष 2024 की अंतिम तिमाही या कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही में समाप्त होने की उम्मीद है। यह विलय घोषणा पिछले महीने सोनी ग्रुप-कुलवर मैक्स एंटरटेनमेंट और जी एंटरटेनमेंट के बीच नेतृत्व को लेकर असहमति के कारण हुए सौदे के ध्वस्त होने के बाद हुई है।