हमारा देश ‘संतों’ का है किसी ‘Santa’ का नहीं

Spread the love

आज पूरा विश्व क्रिसमस त्योहार मना रहा है इसके इसके साथ-साथ हमारे देश में भी मनाया जा रहा है. हमारे देश के सेकुलर माता-पिता अपने बच्चों को सांता बनकर काफी गर्व महसूस करते हैं. अपने बच्चों को हमारे देश के संतों के बारे में कोई भी जानकारी नहीं देते हैं जबकि हमारे देश के संतों और ऋषि मुनियों की परंपरा किसी भी देवी देवता से काम नहीं है. यही है हमारे देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य और हिंदू धर्म के पतन का कारण और यही है अर्ध सत्य जो कि हमारे देश के बच्चों के दिमाग में भरा जाता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *