एक व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके परिवार को 2 करोड़ 85 लाख का मुआवजा मिला है, दुर्घटना के समय रॉय का मासिक वेतन छह लाख रुपये था।। पिछले 25 साल में किसी सड़क दुर्घटना में मिलने वाला यह सबसे बड़ा मुआवजा है। ठाणे जिला न्यायाधीश एसएस शिंदे और मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (एमएसीटी) सदस्य एसएन शाह ने रॉय की विधवा, दो बेटियों और 86 वर्षीय मां को 2.85 करोड़ रुपये का मुआवजा चेक सौंपा।
सड़क दुर्घटना में मारे गए एक व्यक्ति के परिवार को मुआवजे के रूप में सबसे अधिक मूल्य का चेक मिला,राष्ट्रीय लोक अदालत ने र्घटना में मारे गए रॉय के परिजनों को 2.85 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया, जिला न्यायाधीश एसएस शिंदे ने रॉय की विधवा, दो बेटियों और 86 वर्षीय मां को 2.85 करोड़ रुपये का मुआवजा चेक सौंपा
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में सड़क दुर्घटना में मारे गए एक व्यक्ति के परिवार को मुआवजे के रूप में सबसे अधिक मूल्य का चेक मिला है। दरअसल ओएनजीसी के महाप्रबंधक धीरेंद्र चंद्र ठाकुरदास रॉय का निधन 19 जून 2022 को हुआ। वह पनवेल-सायन मार्ग पर अपनी कार से यात्रा कर रहे थे। तभी उनकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि ट्रक की टक्कर से धीरेंद्रचंद्र ठाकुरदास राय की मौके पर ही मौत हो गई। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और 86 वर्षीय मां थीं। उनका अचानक चले जाना पूरे परिवार के लिए एक बड़ा सदमा था। शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत ने जून 2022 में दुर्घटना में मारे गए रॉय के परिजनों को 2.85 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया। यह मुआवजा राशि इसके 25 साल के इतिहास में किसी मृतक के परिजन को दी गई सबसे अधिक राशि है। जिला न्यायाधीश एसएस शिंदे और मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (एमएसीटी) सदस्य एसएन शाह ने रॉय की विधवा, दो बेटियों और 86 वर्षीय मां को 2.85 करोड़ रुपये का मुआवजा चेक सौंपा। मृतक के परिजनों की ओर से पेश हुए अधिवक्ता एसटी कदम ने कहा कि दुर्घटना के समय रॉय का मासिक वेतन छह लाख रुपये था।