सबसे अमीर टीम का कप्तान : हार्दिक पंड्या

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हार्दिक पंड्या ने 2015 में मुंबई इंडियंस के साथ ही अपने सफर की शुरुआत की थी. यहीं से उन्हें टीम इंडिया में भी एंट्री मिली थी और धीरे-धीरे भारतीय क्रिकेट के बड़े नाम बन गए. 2 साल तक इस टीम से दूर रहने के बाद वो फिर अपने पुराने घर लौटे और इस बार घर के मुखिया बन गए हैं.

जिसे ढाबे वाला समझा था, वो बना सबसे अमीर टीम का कप्तान, हार्दिक पंड्या की ये कहानी गजब है

किस्मत जितनी अहम होती है, उसमें मेहनत का रोल उससे भी ज्यादा अहम होता है. क्रिकेट में इसके कई उदाहरण मिलते रहे हैं. रातों-रात तो यहां भी कोई स्टार नहीं बन पाता लेकिन कई खिलाड़ियों की जिंदगी 22 गज की पिच पर शानदार प्रदर्शन करके बदली है. टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या का नाम इसमें जरूर शामिल होगा, जिन्होंने गरीबी से उठकर खुद को क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ा नाम बना दिया. अब यही बड़ा नाम, सबसे बड़ी क्रिकेट लीग, इंडियन प्रीमियर लीग, की सबसे बड़ी टीम मुंबई इंडियंस के कप्तान बन गए हैं.

IPL की 2 सबसे सफल टीमों में से एक मुंबई इंडियंस ने शुक्रवार 15 दिसंबर को सबसे बड़ा ऐलान कर हर किसी को चौंका दिया. फ्रेंचाइजी ने पिछले 10 साल से टीम की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा को इस जिम्मेदारी से आजाद कर दिया और हार्दिक पंड्या को टीम का नया लीडर बना दिया. पिछले महीने ही मुंबई ने अपने पूर्व ऑलराउंडर को गुजरात टाइटंस से ट्रेड किया था. तब से ही इसकी संभावना जताई जा रही थी, फिर भी ये ऐलान हर किसी के लिए हैरान करने वाला था.

गरीबी में गुजरे दिन, रंग के कारण झेले ताने

पिछले 2 सीजनों में गुजरात टाइटंस की कप्तानी करने वाले हार्दिक पंड्या के लिए यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था. बड़ौदा से आने वाले हार्दिक पंड्या और उनके भाई क्रुणाल पंड्या को बेहद गरीबी का सामना करना पड़ा था. पढ़ाई-लिखाई में भी दोनों भाइयो का ध्यान नहीं था और सिर्फ क्रिकेट ही सबकुछ था. वो 500 रुपयों के लिए एक जगह से दूसरी जगह मैच खेलने जाते थे. सिर्फ इतना ही नहीं, हार्दिक को तो कई बार अपने रंग के कारण बुरी स्थितियों का सामना भी करना पड़ा था.

कुछ साल पहले हार्दिक ने क्रिकेट होस्ट गौरव कपूर के साथ एक इंटरव्यू में बताया था कि बचपन में उन्हें अपने बाल रंगने का काफी शौक था, जिसके कारण उन्हें मां से डांट भी पड़ती थी. फिर भी उन्होंने अपना शौक जारी रखा लेकिन इसका उन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ा. हार्दिक ने कहा था कि उनके काले रंग और रंगीन बालों के कारण कई बार किसी ढाबे पर जाने पर लोग उन्हें उसी ढाबे में काम करने वाला समझ लेते थे. इस डर से उन्होंने अपनी मां के बिना किसी भी ढाबे पर जाना ही छोड़ दिया था.

मुंबई ने बदली किस्मत, अब पलटेंगे टीम की तकदीर

बचपन में भले ही हार्दिक को तरह-तरह के हालातों का सामना करना पड़ा हो लेकिन क्रिकेट के लिए उनका जुनून कम नहीं हुआ. 2015 में मुंबई इंडियंस ने उनके इस टैलेंट को पहचाना और मौका दिया. बस यहीं से उनकी जिंदगी पलट गई और वो भारतीय क्रिकेट में बड़ा नाम बन गए. हार्दिक 2021 तक मुंबई का हिस्सा रहे और इस दौरान टीम के साथ 4 खिताब जीते. फिर 2022 सीजन से पहले मुंबई ने उन्हें रिलीज किया और नई टीम गुजरात टाइटंस ने अपना कप्तान बना दिया. हार्दिक ने पहले ही सीजन में टीम को IPL चैंपियन बना दिया, जबकि दूसरे सीजन में भी फाइनल तक पहुंचे.

IPL 2024 सीजन शुरू होने से पहले ही हार्दिक की मुंबई इंडियंस में वापसी ने सनसनी फैला दी थी. 27 नवंबर को मुंबई और गुजरात ने इसका ऐलान किया और तब से ही ये लगने लगा था कि हार्दिक ही मुंबई के अगले कप्तान होंगे. बस ये देखना बाकी था कि अगले ही सीजन मे उन्हें ये जिम्मेदारी मिलेगी या इंतजार करना पड़ेगा. हार्दिक को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा और अब वो IPL की सबसे अमीर टीम (725 करोड़ रुपये ब्रांड वैल्यू) के लीडर होंगे. मुंबई इंडियंस 3 साल से खिताब नहीं जीत पाई है और ऐसे में हार्दिक भी इस टीम की तकदीर वैसे ही बदलना चाहेंगे, जैसे इस टीम ने उनकी बदली.

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