हजारों करोड़ की लागत से बना अटल सेतु मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ेगा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लिए यह पुल नई जीवन रेखा बनेगा, वहीं बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में यह भारत के विकास की नई इबारत है।
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया। इस दौरान मंच पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे समेत दोनों डिप्टी सीएम अजित पवार और देवेंद्र फड़नवीस के साथ ही राज्यपाल रमेश बैस भी मौजूद रहे। 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की कुल लागत से निर्मित 21.8 किमी लंबे मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक (MTHL) को ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी- न्हावा शेवा अटल सेतु’ नाम दिया गया है।
पीएम ने किया रोड शो
इसके बाद पीएम मोदी नवीं मुंबई पहुंचे। यहां उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार के साथ रोड़ शो किया। रोड़ शो के दौरान उन्होंने वहां एकत्रित भीड़ का आभार जताया। रोड़ शो के बाद पीएम ने नवी मुंबई में 12,700 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
भूमिगत सड़क सुरंग की भी रखी आधारशिला
पीएम नरेंद्र मोदी इसके बाद नवी मुंबई पहुंचे। यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पहले लोगों का उद्घाटन किया। साथ ही ईस्टर्न फ्रीवे के ऑरेंज गेट को मरीन ड्राइव से जोड़ने वाली भूमिगत सड़क सुरंग की आधारशिला रखने और अन्य कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। इनमें उरण रेलवे स्टेशन से खारकोपर तक चलने वाली ईएमयू ट्रेन नमो महिला सशक्तीकरण अभियान का शुभारंभ शामिल है।
संकल्प से सिद्धि का प्रमाण- पीएम मोदी
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन मुंबई और महाराष्ट्र के साथ ही विकसित भारत के संकल्प के लिए ऐतिहासिक है। आज दुनिया के सबसे बड़े पुल में से एक अटल सेतु देश को मिला है। आज का ये कार्यक्रम संकल्प से सिद्धि का प्रमाण है। अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल है और देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके जरिए मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा का समय भी कम हो जाएगा।
अटल सेतु की विशेषताएं
- 21.8 किमी लंबा है अटल सेतु
- 17,840 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है
- 2016 के दिसंबर माह में रखी थी आधारशिला
- 16.5 किमी समुद्र पर तो 5.5 किमी जमीन पर बना
Atal Setu: दो घंटे की यात्रा 15 मिनट में अटल सेतु अरब सागर में ठाणे क्रीक पर करीब 22 किलोमीटर लंबा ट्विन-कैरिजवे छह-लेन पुल है। 2016 में पीएम मोदी ने इस पुल का शिलान्यास किया और इस पर काम अप्रैल 2018 में शुरू हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। अपने दौरे में पीएम ने मुंबई में अटल सेतु को जनता को समर्पित किया। देश की आर्थिक राजधानी में बना यह पुल देश का सबसे लंबा पुल है। अधिकारियों ने कहा है कि पुल से हर रोज करीब 70 हजार यात्री सफर करेंगे जिनके समय और ईंधन खर्च में बहुत अधिक कमी आएगी।
इसका पूरा नाम अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु है। पहले इसे मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के नाम से भी जाना जाता था। यह अरब सागर में ठाणे क्रीक पर 22 किलोमीटर लंबा ट्विन-कैरिजवे छह-लेन पुल है। अटल सेतु मुंबई में सेवरी को रायगढ़ जिले में चिरले से जोड़ता है।
पहली बार 1962 में ‘मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के लिए सड़क प्रणाली की योजना’ के नाम से इसका विचार सामने आया था। 34 साल बाद 1994 में परियोजना की व्यवहार्यता रिपोर्ट शुरू हुई। वहीं 2006 में निविदाएं बुलाई गईं जबकि इसके 10 साल बाद 2016 में पीएम मोदी ने इस पुल का शिलान्यास किया। आखिरकार परियोजना पर काम अप्रैल 2018 में शुरू हुआ।
परियोजना की लागत
अटल सेतु का निर्माण 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अनुमानित लागत से ज्यादा व्यय हुआ है। 14,712.70 करोड़ रुपये इसकी मूल लागत थी लेकिन कोविड के कारण लगने वाले लॉकडाउन की वजह से इसमें देरी हुई और व्यय ज्यादा हुआ।
इस पुल की विशेषता
अटल सेतु लगभग 21.8 किमी लंबा और 6-लेन वाला है जो 16.5 किमी लंबा समुद्र के ऊपर और लगभग 5.5 किमी जमीन पर बना है। यह भारत का सबसे लंबा पुल है, जो देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा में लगने वाले समय को भी कम करेगा। अटल सेतु मुंबई से नवी मुंबई के बीच लगने वाले मौजूदा दो घंटे के समय को कम करके 15-20 मिनट कर देगा। वहीं अधिकारियों ने कहा कि इस पुल से गुजरने वाले लोगों को हर यात्रा में कम से कम 500 रुपये तक के ईंधन की भी बचत होगी। इसके साथ ही यह मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाएगा।
हजारों करोड़ की लागत से बना अटल सेतु मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ेगा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लिए यह पुल नई जीवन रेखा बनेगा, वहीं बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में यह भारत के विकास की नई इबारत है। एक अनुमान के मुताबिक पुल से हर रोज करीब 70 हजार लोग सफर करेंगे। यहां 400 कैमरे लगे हैं, इसके अलावा ट्रैफिक के दबाव की जानकारी जुटाने के लिए एआई आधारित सेंसर लगे हैं। इस बीच, मुंबई पुलिस ने जानकारी दी है कि समुद्री पुल पर चार पहिया वाहनों जैसे कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनीबस और टू-एक्सल बस की गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी और पुल के चढ़ने और उतरने पर गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित रहेगी। हालांकि, मोटर बाइक, ऑटो रिक्शा और ट्रैक्टर को इस पुल पर अनुमति नहीं होगी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि मुंबई की ओर जाने वाले मल्टी-एक्सल भारी वाहनों, ट्रकों और बसों को ईस्टर्न फ्रीवे पर प्रवेश नहीं मिलेगा।