बहस के दौरान कोर्ट में वकील की मौत, दाह संस्कार में जा रहे ताइद को भी हार्ट अटैक

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बिहार के गोपालगंज में हार्ट अटैक से पहले वकील और फिर ताइद की मौत हो गई

बिहार के गोपालगंज जिला में हुई इस घटना को सुनकर हर कोई हैरान है. जानकारी के मुताबिक वकील और उनके ताइद दोनों पिछले 23 सालों से एक दूसरे के साथ ही काम करते थे. वकील और ताइद के बीच छोटे और बड़े भाई के जैसा लगाव था

गोपालगंज. कोरोना काल के बाद से हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है. हर रोज कोई न कोई व्यक्ति हार्ट अटैक का शिकार हो रहा है. इनमें 40 से 55 साल के ज्यादातर लोग शामिल हैं. इस बीच बिहार के गोपालगंज में एक अजीब घटना हुई, जहां 24 घंटे से भी कम समय के अंतराल में दो लोगों की मौत का कारण हार्ट अटैक बना. कल यानी शनिवार को सिविल कोर्ट में जज साहब के सामने मुकदमे की बहस के दौरान वकील साहब को दिल का दौरा (हार्ट अटैक) पड़ा था और कुछ सेकेंड में ही उनकी मौत हो गयी. मृतक वकील कुचायकोट प्रखंड के बंगरा गांव निवासी दिलीप कुमार त्रिपाठी थे. उनका दाह-संस्कार रविवार को कर दिया गया.

परिजनों की ओर से बताया गया कि वकील के दाह-संस्कार में शामिल होने के लिए गौसिया से रविवार की सुबह ताइद नंदू कुमार तिवारी साइकिल से जा रहें थे. वकील के ताइद धामापाकड़ गांव के पास पहुंचते ही अचानक उनको भी दिल का दौरा पड़ा और सड़क पर ही गिर गये. मोबाइल निकालकर परिजनों को फोन करने की कोशिश भी की लेकिन बात नहीं हो सकी. आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे, तब तक नंदू तिवारी ने दम तोड़ दिया.

परिजनों के मुताबिक 1991 से सिविल कोर्ट में वकील दिलीप कुमार त्रिपाठी वकालत करते थे, तब से उनके साथ नंदू कुमार तिवारी ताइद का काम करते थे. नंदू ने शादी नहीं की थी. वो अकेले ही घर पर रहते थे और वरिष्ठ वकील दिलीप कुमार त्रिपाठी के यहां रहकर जीवन यापन करते थे. वकील और ताइद के बीच छोटे और बड़े भाई के जैसा लगाव था, लेकिन अचानक 24 घण्टे के अंदर दिल का दौरा पड़ने से दोनों की हुई मौत से लोग आहत हैं.

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