श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा को 24 घंटे हो चले हैं, लेकिन कई बातें हैं जो अब भी रहस्य बनी हुई हैं. खासकर वनडे टीम का सेलेक्शन, जिसमें दो युवा चेहरों को मौका दिया गया है. रियान पराग और हर्षित राणा पहली बार भारत की वनडे टीम में चुने गए हैं. रियान पराग को इस टीम में तब जगह दी गई है, जब टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव और फिनिशर का टैग हासिल कर चुके रिंकू सिंह इसके लायक नहीं समझे गए.
भारतीय चयनकर्ताओं ने श्रीलंका दौरे के लिए जो टीम चुनी है, उसमें दो बातें साफ है. पहली- यह टीम अगले 3-4 साल को ध्यान में रखकर चुनी गई है. दूसरी- इस टीम में गौतम गंभीर का विजन शामिल है. रियान पराग का सेलेक्शन ही इन्हीं दोनों बातों को ध्यान में रखकर किया गया है. 22 साल के रियान पराग इससे पहले जिम्बाब्वे दौरे पर भी चुने गए थे. लेकिन तब उन्हें पहले दो टी20 मैच के बाद प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया. ऐसा लगा कि इस खिलाड़ी को दोबारा टीम में जगह पाने में वक्त लग सकता है. लेकिन टीम सेलेक्शन अगर किसी के लिए सबसे बड़े सरप्राइज की तरह सामने आया तो वह रियान ही थे.
पीछे छूटे अभिषेक
रियान पराग को भारत की सिर्फ टी20 ही नहीं, बल्कि वनडे टीम में भी जगह दी गई. वह भी तब जब जिम्बाब्वे दौरे पर शतक बनाने वाले अभिषेक शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. लेकिन अभिषेक और गायकवाड़ तो छोड़िए, रियान ने इस बार सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह को भी पीछे छोड़ा है. रियान पराग उस वनडे टीम में शामिल किए गए हैं, जिसमें सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह को जगह नहीं मिली है. यह भारतीय इतिहास में पहली बार हुआ है कि टी20 टीम के कप्तान को वनडे टीम से बाहर रखा गया है. यहां एक बात साफ कर दें कि इसमें सूर्या की कोई मर्जी या मजबूरी (चोट या कोई कारण) नहीं थी. चयनकर्ताओं को वनडे टीम में उनके लिए जगह खाली ही नहीं. यह जगह मिडिलऑर्डर की है, जिसके लिए चयनकर्ता शायद किसी युवा को तैयार करना चाहते हैं और जिसमें रियान सबसे फिट पाए गए.
रियान पराग को इस रेस में आगे आने में सबसे ज्यादा मदद विजय हजारे ट्रॉफी के प्रदर्शन से मिली है. दूसरी बात वे घरेलू क्रिकेट में भी पांचवें नंबर पर बैटिंग करते हैं. चयनकर्ता श्रीलंका दौरे पर उन्हें मौका देकर प्रयोग कर रहे हैं. अगर रियान ने इस मौके का फायदा उठाया तो टीम के नियमित सदस्य भी हो सकते हैं.
जहां तक सूर्यकुमार यादव की बात है तो उन्हें वनडे फॉर्मेट में पिछले मौके गंवाने का नुकसान हुआ है. वर्ल्ड कप 2023 में सूर्यकुमार यादव एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थे, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से निराश किया था. चयनकर्ताओं को यह बात याद रही और शायद इसी कारण सूर्या वनडे टीम में जगह नहीं पा सके.