प्रचंड ठंढ़ को देखते हुए वर्ग 1 से 8 तक के बच्चों के लिए स्कूल बंद करने के मामले पर पटना के डीएम और केके पाठक आमने-सामने हैं। इस बीच पटना से सटे एक शहर में वर्ग छह के छात्र की ठंढ़ लगने से मौत हो गई है। अब वहां के डीएम पर लोग सवाल उठा रहे हैं।
ठंढ़ को लेकर पटना के डीएम और केके पाठक में घमासान मचा हुआ है। पटना के डीएम का कहना है कि मौसम को देखते हुए वर्ग 1 से 8 तक के बच्चों के लिए स्कूल को बंद करना जरुरी है, जबकि केके पाठक का कहना है कि स्कूल बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसे में मुजफ्फरपुर में ठंड लगने से एक स्कूली बच्चे की मौत हो गयी है। मृतक वाजितपुर मझौली गांव निवासी मो इस्लाम का पुत्र मो कुर्बान था, जो 6ठी कक्षा में पढ़ता था।
वर्ग में जाते ही बिगड़ी तबियत
मामला उत्क्रमित मध्य विद्यालय राघो मझौली, बोचहाँ का है जहां मोहम्मद कुर्बान पढ़ता था। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में प्रार्थना समाप्त होने के बाद सभी बच्चे अपने अपने वर्ग में चले गये। वर्ग में जाने के बाद कुर्बान को ठंड लगने के कारण उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसकी खराब तबियत को देखकर विद्यालय के शिक्षक ने उसे ऊनी कपड़ा पहनने के लिए घर भेज भेज दिया। लेकिन घर जाने के बाद भी उसकी तबियत बिगड़ती ही चली गई। आननफानन में उसके परिजन कुर्बान को लेकर बोचहाँ पीएचसी ले गये जहां उसकी मौत हो गई।
शिक्षकों ने भी माना ठंढ़ लगने से हुई है मौत
घटना के संबंध में विद्यालय के शिक्षक महेंद्र राम का कहना है कि उस समय लगभग साढ़े दस बज रहा था। मैंने देखा कि मोहम्मद कुर्बान ठंढ़ से कांप रहा था। उसे देखकर मैउने उसे घर जाकर टोपी और अन्य गर्म कपड़ा पहनने को कहा। कुर्बान उसी समय घर आ गया। फिर पता चला कि ठंढ़ लगने से लगभग दो बजे उसकी मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर डीएम ने ठंढ़ लगने से बच्चे की मौत पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन इतना जरुर कहा कि अभी शीतलहर और ठंढ़ की जो स्थिति है इसमें आपदा प्रबंधन की तरफ से यह निर्देश जारी किया गया है कि ठंढ़ की स्थिति को देखते हुए हर संभव गर्मी में रहें। गर्म कपड़े पहनें और अगर आवश्यक न हों तो घर से बाहर न निकलें और अगर आवश्यकता ज्यादा है तो उनी कपड़े पहनकर निकलें। बुजुर्गों और बच्चों को यह सलाह है कि यथासंभव घर से बाहर न जाएं और ठंढ़ से पूरा बचाव करें।